प्रधानाचार्य समेत तीन निलंबित
झांसी: दिगारा स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में 12वीं कक्षा के छात्र रोहन (18) ने रविवार रात छात्रावास की छत से कूदकर अपनी जान दे दी। रोहन गरौठा के ग्राम चतुरताई निवासी बैजनाथ अहिरवार का पुत्र था। घटना से संबंधित लापरवाही के आरोप में प्रधानाचार्य अवध किशोर वर्मा, छात्रावास सहायिका अंजली पाल और अधीक्षक प्रियंका दीक्षित को निलंबित कर दिया गया है।
पढ़ाई न समझने से था परेशान
रोहन स्कूल में टॉपर था और पढ़ाई में हमेशा से होनहार था। लेकिन हाल के दिनों में पाठ्यक्रम समझने में उसे कठिनाई हो रही थी। परिजनों ने बताया कि वह सिर दर्द और अवसाद से जूझ रहा था। मकर संक्रांति पर घर लौटने पर उसने कहा था कि अब वह बेहतर महसूस कर रहा है। इसके बाद वह हॉस्टल लौट गया।
घटना की रात का विवरण
रोहन छात्रावास के कमरे नंबर 31 में 11 अन्य छात्रों के साथ रहता था। रविवार रात वह खाना खाने से इनकार कर रहा था। साथियों ने समझाकर उसे खाना खिलाया। रात में उसने छात्रावास की चौथी मंजिल पर जाकर अपने जूते उतारे और नीचे कूद गया। सुबह जब साथी जागे तो रोहन अपने कमरे में नहीं था। खोजने पर उसका शव नीचे मिला। उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार की हालत दयनीय
रोहन चार भाइयों में सबसे छोटा था। उसके पिता की 15 साल पहले और मां की नौ महीने पहले मृत्यु हो चुकी थी। उसके बड़े भाई हरनारायण खेती करते हैं, जबकि अन्य दो भाई पढ़ाई कर रहे हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया और जांच के आदेश
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। झांसी के उप निदेशक, समाज कल्याण को विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।