झाँसी में सेक्स रैकेट पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई
झाँसी के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में उन्नाव बालाजी मार्ग पर स्थित एक आलीशान रिहायशी कॉलनी में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने एक ग्राहक और 3 संचालिकाओं समेत 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है। जांच में इस पूरे गिरोह के प्रमुख, जिन्हें ‘सरगना’ के नाम से जाना जाता है, को भी धर दबोचा गया और जेल भेज दिया गया है।
घटना की पृष्ठभूमि
इस अपराधी नेटवर्क की शुरुआत तब हुई जब एक आलीशान मकान, जिसे जबलपुर के निवासी अर्पित जैन द्वारा अनुबंध के तहत किराए पर लिया गया था, मोहाल्ला इंडियापुरा के निवासी रीतेश जैन को मासिक 40 हजार रुपये पर दिया गया। रीतेश ने बताया था कि मकान उनके परिवार के आवास के लिए है, लेकिन असल में यहाँ एक गुप्त सेक्स रैकेट का संचालन होने लगा।
अपराधी नेटवर्क का संचालन
जांच में उजागर हुआ कि रीतेश जैन, जो इस रैकेट के मुख्य सरगना थे, ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अन्य महिलाओं को संचालिकाओं के रूप में शामिल किया।
- पत्नी का किरदार: रीतेश की पत्नी ने अन्य महिलाओं को साझेदार बनाकर ग्राहकों से सौदेबाजी की।
- भाई की भूमिका: रीतेश के भाई को ग्राहकों तक लड़कियों की पहुंच सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया था, जो वाहन द्वारा सेवा प्रदान करता था।
पुलिस की तेज कार्रवाई
सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में चल रहे स्पा केंद्रों और अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के दौरान, पुलिस को इस सेक्स रैकेट की सूचना मिली। छापेमारी के दौरान मकान से शक्तिवर्धक दवाओं और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई।
पुलिस ने इससे पहले 14 स्पा सेंटर संचालकों को चेतावनी दी थी कि यदि गैरकानूनी गतिविधियों में पकड़ा गया तो सख्त कार्रवाई होगी।
आगे की जांच और प्रभाव
जांच से पता चला कि इस गिरोह द्वारा लड़कियों को मध्य प्रदेश के शिवपुरी, ग्वालियर, निवाड़ी और झाँसी समेत विभिन्न क्षेत्रों से बुलाया जाता था। लड़कियों का सौदा प्रति रात 15 से 20 हजार रुपये तक तय किया जाता था।
अभी मामले में अन्य कई नाम सामने आए हैं, जिनकी भूमिका पर संदेह है और पुलिस द्वारा उनकी तलाश जारी है। सरगना यानी रीतेश जैन की गिरफ्तारी के साथ ही मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी गई है।
निष्कर्ष
झाँसी में चल रहे इस सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ समाज में छिपे गैरकानूनी अपराधों और महिलाओं की सुरक्षा की गंभीर समस्याओं को उजागर करता है। पुलिस की तत्पर कार्रवाई से उम्मीद है कि आगे भी ऐसे अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिससे समाज में सुरक्षा और नैतिक मूल्यों को बनाए रखा जा सके।