झांसी: समथर थाना क्षेत्र के ग्राम बुडेराघाट में 4 वर्षीय मासूम की एक दर्दनाक सड़क हादसे में जान चली गई। बच्चा सुबह स्कूल के लिए निकला था, लेकिन तेज रफ्तार से आ रहे एक दूध वाहन ने उसे कुचल दिया। इस दुर्घटना के बाद गांव में मातम छा गया, वहीं माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
तेज रफ्तार वाहन बना मासूम की मौत का कारण
राजा भैया उर्फ राज, जो केवल 4 साल का था, अपने स्कूल जाने के लिए घर से निकला था। सुबह लगभग 10 बजे जब वह गाँव की सड़क पार कर रहा था, तभी दूध सप्लाई करने जा रही तेज रफ्तार गाड़ी ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बच्चा वाहन के पहियों के नीचे आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया।
इलाज से पहले ही मासूम ने तोड़ा दम
परिजन घायल मासूम को तुरंत समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोठ लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हादसे की सूचना मिलते ही माँ विमला और पिता राकेश पाल का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। गांव वालों ने घटना के बाद तुरंत वाहन को रोक लिया और चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने वाहन जब्त कर चालक को हिरासत में लिया
हादसे की जानकारी मिलते ही मोठ पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वाहन को अपने कब्जे में ले लिया। चालक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आगे की कार्रवाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी।
29 घंटे बाद हुआ पोस्टमॉर्टम, परिजनों को करनी पड़ी मशक्कत
राजा भैया के फुफेरे भाई कुलदीप सिंह पाल के अनुसार, हादसे के बाद लगभग 11 बजे मासूम को मृत घोषित कर दिया गया था, लेकिन पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया में देरी हुई। परिजन शव को मोठ से मेडिकल कॉलेज लेकर गए, लेकिन कागजी प्रक्रिया पूरी न होने के कारण पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका। पूरी रात इंतजार करने के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचे। अंततः अगली दोपहर 2 बजे पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू हुई, जिससे परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन से की सख्त कार्रवाई की मांग
गाँव के लोगों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रशासन से आरोपी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि गाँव की सड़कों पर तेज रफ्तार से दौड़ती गाड़ियाँ अक्सर हादसों का कारण बनती हैं, जिसके लिए प्रशासन को सख्त नियम लागू करने चाहिए।
निष्कर्ष:
यह सड़क हादसा एक बार फिर दर्शाता है कि लापरवाही और तेज रफ्तार वाहन कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकते हैं। इस मामले में पुलिस जांच जारी है और उम्मीद है कि दोषी के खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई होगी।