झाँसी: बुंदेलखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (बीडा) क्षेत्र में प्रदेश का सबसे बड़ा 600 बेड का मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल बनने जा रहा है। यह अस्पताल अंतर्राष्ट्रीय मानकों के तहत एनएबीएच (नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर) से मान्यता प्राप्त होगा।
बीडा क्षेत्र को झाँसी महानगर से सटे 33 गाँवों में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत पहले चरण में 400 हेक्टेयर भूमि पर निर्माण कार्य किया जाएगा। अस्पताल के साथ-साथ आवासीय और औद्योगिक क्षेत्रों का भी विकास किया जाएगा।
अस्पताल की खासियतें:
- 600 बेड वाला मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल।
- एनएबीएच से मान्यता प्राप्त प्रदेश का पहला अस्पताल।
- टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल डिज़ाइन।
- चिकित्सा पर्यटन के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता।
बीडा के मुख्य अधिशासी अधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल का निर्माण वर्ष 2026 में शुरू होगा और इसका उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा, “यह अस्पताल डिज़ाइन, निर्माण और संचालन में टिकाऊ प्रथाओं को अपनाते हुए भविष्य की स्वास्थ्य सेवा मांगों को पूरा करेगा।”
बीडा परियोजना के अन्य पहलू:
बीडा क्षेत्र का विकास कई चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में विकास कार्य 5 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य है। इसके तहत भूमि आवंटन प्रक्रिया में दीर्घकालिक पट्टे की योजना बनाई गई है।
स्वास्थ्य सेवा में बड़ा कदम:
यह अस्पताल झाँसी और आसपास के क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई शुरुआत करेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, इसे चिकित्सा पर्यटन का केंद्र भी बनाया जाएगा।