झाँसी में मसीही समाज ने प्रभु यीशु के जन्म के अवसर पर क्रिसमस का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया। 24-25 दिसम्बर की रात 12 बजे के करीब गिरजाघरों की घंटियाँ बज उठीं और प्रभु ने चरनी में जन्म लिया।
सेण्ट ज्यूड्स श्राइन में विशेष प्रार्थना और झाँकी
सेण्ट ज्यूड्स श्राइन में इस खास मौके पर बिशप पीटर पारापुल्लिल और बिशप विल्फ्रेड मोरास ने मिलकर मिस्सा की रस्म अदा की और बाइबल का पाठ किया। इस अवसर पर फादर मथायस, फादर क्रिस्तू दास, फादर वलेरियन डिसूजा, फादर ब्रीटो, फादर सहायनाथन और फादर रोनॉल्ड भी उपस्थित रहे। प्रभु यीशु के जन्म के साथ ही विशेष आराधना का दौर शुरू हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने अपने पापों की क्षमा और आपस में मिलकर शांति से रहने की प्रार्थना की।
देर रात तक चला उत्सव और झाँकी की सजावट
प्रभु यीशु के जन्म के उत्सव के दौरान सेण्ट ज्यूड्स श्राइन को खूबसूरत तरीके से सजाया गया था। श्रद्धालु शाम से ही यहाँ पहुंचने लगे और देर रात तक उत्सव चलता रहा। इस दौरान बच्चों को सेण्टा क्लॉज ने गिफ्ट भी बाँटे, जिससे वातावरण और भी खुशनुमा हो गया।
अन्य चर्चों में भी विशेष प्रार्थनाएँ
महानगर के अन्य चर्चों जैसे सिटि चर्च, साधु सुन्दर सिंह चर्च, सीपी मिशन चर्च, यलो चर्च, पेण्टेकॉस्टल चर्च और कथीड्रल चर्च में भी 25 दिसम्बर को सुबह विशेष आराधना की जाएगी। इन चर्चों में भी प्रभु यीशु के जन्म की झाँकी सजायी गई और श्रद्धालुओं ने प्रार्थनाओं में भाग लिया।