झाँसी में गुरुवार को कारों से लदी एक मालगाड़ी ने रेलवे अधिकारियों को भारी परेशानियों में डाल दिया। महज 10 घंटे में यह मालगाड़ी दो बार पटरी से उतर गई। पहले हादसे के बाद, जहां रेलवे ट्रैक लगभग दो घंटे तक बाधित रहा, वहीं शाम को फिर से उसी बोगी ने पटरी से उतरकर अधिकारियों को चिंता में डाल दिया।
सुबह लगभग 8 बजे, झाँसी से कानपुर जा रही मालगाड़ी महज 300 मीटर चलने के बाद सीपरी ब्रिज के पास एफ-केबिन के पास बोगी संख्या 11 पटरी से उतर गई। इस हादसे के बाद झाँसी-दिल्ली और झाँसी-कानपुर रूट पर रेल यातायात ठप हो गया। सभी ट्रेनों को विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
करीब दो घंटे की कोशिश के बाद, रेलवे अधिकारियों ने बोगी को पटरी पर लाया और यातायात को पुनः चालू किया। हालांकि, जैसे ही मालगाड़ी झाँसी स्टेशन पहुँची, एक बार फिर बोगी पटरी से उतर गई। इस घटना के बाद रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई और मण्डल रेल प्रबंधक समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दिए और यातायात को फिर से सुचारू बनाने के प्रयास शुरू किए।
मालगाड़ी में 25 बोगियाँ थीं, जो कारों से लदी हुई थीं। पहले हादसे के बाद, रेलवे अधिकारियों ने ओएचई लाइन का करंट बंद किया ताकि अन्य ट्रेनों का संचालन प्रभावित न हो। इस बीच, वन्दे भारत एक्सप्रेस, मुम्बई-लखनऊ एक्सप्रेस, चेन्नई एक्सप्रेस समेत आधा दर्जन ट्रेनें प्रभावित हुईं, जिससे यात्रियों में बेचैनी फैल गई और स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई।
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों ने तत्परता से स्थिति को नियंत्रण में किया, और जांच शुरू कर दी। मण्डल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया और जांच के आदेश दिए।
इस हादसे से झाँसी-कानपुर रूट पर लगभग दो घंटे तक यातायात प्रभावित रहा, और झाँसी से दिल्ली व कानपुर जाने वाली ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। हालांकि, रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों ने जल्द ही स्थिति को संभाला और यातायात को फिर से बहाल किया।