झाँसी में किसान और उसकी पत्नी की आत्महत्या आरोपियों पर भूमि हड़पने का आरोप
झाँसी के पूँछ थाना क्षेत्र में एक किसान शिवप्रकाश सिंह और उनकी पत्नी रामूराजा ने आत्महत्या कर ली। घटना में एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी आत्महत्या के कारणों का खुलासा किया है। सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया है कि उनके पास कुल 25 बीघा जमीन थी, जिसे कुछ दबंग लोगों ने अपने नाम करा लिया और रुपए नहीं दिए। शिवप्रकाश के पास अब सिर्फ डेढ़ बीघा जमीन बची थी, जिस पर एक ट्यूबवेल भी लगा था। आरोप है कि आरोपी उसी जमीन को भी जबरन हड़पने की कोशिश कर रहे थे।
क्या लिखा था सुसाइड नोट में?
सुसाइड नोट में आरोपियों के नाम स्पष्ट रूप से दर्ज हैं। इसमें बताया गया है कि कुछ दबंगों ने जमीन के लेन-देन में धोखाधड़ी की और वादे के बावजूद पैसे नहीं दिए। यह जमीन इतनी महत्वपूर्ण थी कि आरोपियों ने उनपर मानसिक दबाव बनाना शुरू कर दिया, जिससे किसान शिवप्रकाश और उनकी पत्नी परेशान हो गए थे।
अवधि पहले भी था विवाद
यह मामला लगभग तीन साल पुराना है, जब शिवप्रकाश सिंह पर जमीन को लेकर आरोप लगाए गए थे। कुछ दबंगों ने उन्हें 10-20 हजार रुपये देकर जमीन पर हस्ताक्षर करा लिए थे, लेकिन पूरा पैसा नहीं दिया। इस तरह के मानसिक दबाव के कारण उन्होंने अपनी ज़िंदगी समाप्त करने का कड़ा कदम उठाया।
घटना का विवरण
किसान शिवप्रकाश और उनकी पत्नी का शव आज सुबह उनके खेत में लगे जामुन के पेड़ से लटका हुआ मिला। पुलिस को सूचना मिलने के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया और जांच शुरू कर दी गई। मृतक के भतीजे रोहित गुर्जर ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने सुसाइड नोट को बरामद किया है और उसकी लिखावट का मिलान कराए जाने की योजना बनाई है। थाना पूँछ के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश पाल ने बताया कि इस मामले में पूरी जांच की जा रही है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विवादों के बीच जीवन की समाप्ति
इस घटना ने पूरे गाँव को झकझोर कर रख दिया है। शिवप्रकाश का बेटा अंकित भी इस दुखद घटना से शोकित है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस घटना के जिम्मेदार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।