पुलिस ने बदमाशों के पास से तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक, रात करीब 1 बजे आधा दर्जन बदमाश किले में घुसे थे। जब पुलिसकर्मी दारोगा योगेंद्र सिंह और चौकीदार जीवनलाल ने उन्हें देखा, तो बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। बदमाशों ने दारोगा और चौकीदार के हाथ-पैर बांध दिए और उनके मुँह पर टेप लगा दिया, फिर वे मौके से फरार हो गए।
पुलिस की मुस्तैदी और कार्रवाई:
अगली सुबह, चौकीदार किसी तरह अपने हाथ खोलने में सफल हुए और दारोगा को मुक्त कराया। इस घटना के बाद पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू की और बदमाशों की तलाश में दबिश दी। एक दिन बाद, पुलिस की SWAT टीम और टोड़ीफतेहपुर पुलिस का सामना बदमाशों से हुआ। इस दौरान, एक बदमाश के पैर में गोली लग गई, जबकि दो अन्य बदमाशों ने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
आरोपियों का बयान:
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य किले में स्थित सोने का कलश चोरी करना था। इस मुठभेड़ में पुलिस ने बदमाशों से एक तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। घायल बदमाश का इलाज कराया जा रहा है, जबकि बाकी आरोपियों से पूछताछ जारी है।
पुलिस का बयान:
एसपीआरए गोपीनाथ सोनी ने इस मुठभेड़ पर बयान देते हुए कहा कि पुलिस की कार्रवाई में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। एक बदमाश घायल हो गया, और दो अन्य ने आत्मसमर्पण कर दिया। मामले में अब आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना किले की सुरक्षा पर एक सवालिया निशान उठाती है, क्योंकि यह ऐतिहासिक किला न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख स्थल है। पुलिस ने किले की सुरक्षा को और मजबूत करने के उपाय करने का निर्णय लिया है।