दुकानदारों के अनुसार, आग एक साजिश के तहत लगाई गई हो सकती है। वे इस बात से सहमत हैं कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग नहीं लग सकती, क्योंकि उनके अधिकांश इलेक्ट्रॉनिक आइटम दुकान के बाहर रखे हुए थे। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किए, जिसमें एक संदिग्ध युवक आग लगने के आसपास दिखाई दे रहा है। पुलिस अब उस युवक की तलाश कर रही है।
दुकानदारों का कहना है कि लगभग तीन साल पहले भी ऐसी ही एक आग की घटना घटी थी, जिससे उनका माल जलकर राख हो गया था। इस बार आग लगने के कारण दुकानदार पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला रतनपुरा के निवासी कंवलजीत सिंह और भूपेन्द्र सिंह की कस्तूरबा मार्केट में रेडिमेड कपड़े और मैचिंग सेंटर की दुकानें हैं। भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि वह मंगलवार रात को दुकान बंद कर घर गए थे और बुधवार सुबह आग की लपटों ने उनका सामना किया। उन्होंने आग की घटना को एक साजिश बताया और पुलिस से मामले की जांच की माँग की है।
पुलिस ने आग लगाने के आरोपों के आधार पर घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, और संदिग्ध युवक के बारे में जानकारी हासिल की है।