बुंदेलखंड विश्वविद्यालय: सुरक्षा घेरा न होने से चोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी
झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में सुरक्षा घेरा न होने के कारण चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। चोर मंदिर और आर्मी क्षेत्र की ओर से परिसर में घुसकर नलों की टोंटियों से लेकर लैब के कीमती उपकरण तक चुरा रहे हैं। इस शैक्षणिक सत्र में आधा दर्जन से अधिक चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे विश्वविद्यालय प्रशासन चिंतित है।
चोरी की मुख्य घटनाएं:
- भूगर्भ और इंजीनियरिंग विभाग के लैब से कीमती उपकरण चोरी।
- नलों की टोंटी और पीतल के सामान पर चोरों की नजर।
- सीसीटीवी में नकाबपोश चोर नजर आए, लेकिन पहचान मुश्किल।
सुरक्षा उपायों में कमी के कारण समस्या बढ़ रही है
विश्वविद्यालय में पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, जिससे चोरों की गतिविधियां रिकॉर्ड नहीं हो पा रही हैं। प्रशासन ने कुछ सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में नकाबपोश चोरों को देखा है, लेकिन उनका चेहरा ढंका हुआ होने से पहचान करना मुश्किल हो रहा है।
प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
कुलपति प्रो. मुकेश पांडे ने सुरक्षा समीक्षा बैठक आयोजित की और निम्नलिखित निर्णय लिए:
- पीछे की ओर चेक पोस्ट बनाना।
- झाड़ियों की कटाई कर गश्त के लिए गलियारा तैयार करना।
- सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाना।
- सुरक्षा गार्ड्स को वॉकी-टॉकी उपकरण प्रदान करना।
- दीवारों पर कंटीले तार लगाना।
क्या होगा अगला कदम?
विश्वविद्यालय प्रशासन और स्थानीय पुलिस सुरक्षा में सुधार के लिए कदम उठा रहे हैं। उम्मीद है कि नई सुरक्षा व्यवस्थाओं के लागू होने से चोरों की सक्रियता पर लगाम लगेगी।