झाँसी की बेटी मृदुभाषिनी जैन ने रचा इतिहास, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए हुआ चयन
झाँसी की होनहार बेटी मृदुभाषिनी जैन ने अपने शहर और देश का नाम रोशन किया है। उनका चयन एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए हुआ है, जिसमें 70 से अधिक देशों से 50,000 से अधिक आवेदकों ने भाग लिया। इस कठिन चयन प्रक्रिया में मात्र 1% प्रतिभागियों को ही सफलता मिली, जिनमें मृदुभाषिनी जैन का नाम भी शामिल है।
झाँसी से पहली प्रतिभागी बनीं मृदुभाषिनी जैन
मृदुभाषिनी जैन झाँसी की पहली प्रतिभागी हैं, जिन्होंने इस सम्मान को हासिल किया है। वह सुधीर कुमार जैन और स्वर्गीय डॉ. ममता जैन की सुपुत्री हैं। उनकी इस सफलता से झाँसी और पूरे क्षेत्र में गर्व की लहर है।
प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में होगा आयोजन
यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एक विश्वप्रसिद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा, जिसमें दुनियाभर के विद्वानों, शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों का जमावड़ा लगेगा। मृदुभाषिनी का चयन इस बात को दर्शाता है कि उनकी प्रतिभा और मेहनत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराही जा रही है।
बढ़ेगा झाँसी का मान
झाँसी ऐतिहासिक रूप से वीरता और संघर्ष का प्रतीक रहा है, और अब शिक्षा और बौद्धिक कौशल के क्षेत्र में भी झाँसी के युवा अपनी छाप छोड़ रहे हैं। मृदुभाषिनी की इस उपलब्धि से झाँसी के अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी कि अगर मेहनत और लगन हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।