कोरोना ने तोड़ी प्रतिरोधक क्षमता, जुकाम से बढ़ रहा निमोनिया का खतरा

कोरोना ने तोड़ी प्रतिरोधक क्षमता, जुकाम से बढ़ रहा निमोनिया का खतराकोरोना के बाद कमजोर इम्युनिटी

झाँसी: कोरोना महामारी ने न केवल लोगों की दिनचर्या बदली बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर भी गहरा असर डाला है। चिकित्सीय विशेषज्ञों के अनुसार, जो लोग कोरोना संक्रमित हुए थे, उनकी इम्युनिटी कमजोर हो गई है, जिससे मामूली सर्दी-जुकाम भी जल्दी ठीक नहीं हो रहा।

विशेषज्ञों का मानना है कि पहले जो जुकाम सिर्फ नाक तक सीमित रहता था, अब वह गले से होते हुए फेफड़ों तक पहुंच रहा है, जिससे निमोनिया का खतरा बढ़ रहा है।

जंक फूड और शीतल पेय भी बन रहे बीमारी का कारण

मेडिकल साइंस के अनुसार, जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक्स का अधिक सेवन भी प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर रहा है। इससे सर्दी-जुकाम का संक्रमण तेजी से बढ़ता है और यह फेफड़ों को प्रभावित कर निमोनिया का रूप ले सकता है।

आयुर्वेद के अनुसार बचाव के उपाय

राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, झाँसी के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पवन विश्वकर्मा के अनुसार, आयुर्वेद में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और निमोनिया से बचाव के कई उपाय बताए गए हैं:

  • बच्चों को माँ का दूध पिलाना: यह उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
  • स्वर्ण प्राशन का सेवन: यह बच्चों को हर प्रकार के संक्रमण से बचाने में सहायक है।
  • नाड़ी शोधन (स्टीम थेरेपी): इससे गले और फेफड़ों में जमे संक्रमण को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
  • सरसों के तेल से हल्की मालिश: सीने और पीठ पर गर्म सरसों के तेल की मालिश करने से श्वसन तंत्र मजबूत होता है।

मेडिकल साइंस के अनुसार यह हैं मुख्य कारण

चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुमेय शास्त्री का कहना है कि कोरोना के बाद लोगों की इम्युनिटी काफी कमजोर हो गई है, जिससे वे बदलते मौसम में जल्दी बीमार पड़ रहे हैं। निमोनिया के बढ़ते मामलों के पीछे कुछ मुख्य कारण हैं:

  1. सर्दी-जुकाम को हल्के में लेना: यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह फेफड़ों तक पहुंच सकता है।
  2. खाँसी के दौरान गलत दवाओं का इस्तेमाल: बिना डॉक्टर की सलाह के सीरप लेना निमोनिया का खतरा बढ़ा सकता है।
  3. शरीर में तरल पदार्थों की कमी: पर्याप्त पानी और हेल्दी डाइट न लेने से संक्रमण तेजी से फैलता है।
  4. सूखी खांसी आना: यह वायरल निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं, जिसे नज़रअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।

कैसे करें बचाव?

  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
  • ठंडे पेय पदार्थ और जंक फूड से परहेज करें।
  • प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं।
  • बच्चों और बुजुर्गों को ठंडी हवा से बचाकर रखें।
  • खांसी या सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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