झाँसी में नई पहल: अब मच्छरजनित बीमारियों की रिपोर्ट मोबाइल पर मिलेगी
झाँसी में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। अब मरीजों को डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रामक रोगों की जाँच रिपोर्ट पाने के लिए अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। रिपोर्ट सीधे उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने इस सुविधा का ट्रायल शुरू कर दिया है, जिसे जल्द ही यूडीएसपी (Undetected Surveillance Platform) पोर्टल से जोड़ा जाएगा। कोविड-19 काल में भी जब कोरोना रिपोर्ट मोबाइल पर SMS के जरिए भेजी जाती थी, तब यह प्रयोग बेहद सफल रहा था। अब सरकार उसी मॉडल को मच्छरजनित और संक्रामक बीमारियों पर लागू करने जा रही है।
📲 किन बीमारियों की रिपोर्ट मिलेगी मोबाइल पर?
यह सुविधा केवल डेंगू और मलेरिया तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसमें शामिल होंगी:
-
चिकनगुनिया
-
कालाजार
-
इंसेफेलाइटिस
-
डायरिया
-
हैजा
-
पीलिया
-
मिज़ल्स
-
चिकनपॉक्स
🧪 सरकारी और प्राइवेट लैब्स दोनों होंगी शामिल
इस डिजिटल सुविधा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें सरकारी के साथ-साथ निजी लैब्स को भी जोड़ा जाएगा। इससे मरीजों को अपनी रिपोर्ट घर बैठे मिल सकेगी और समय की बचत होगी।
📊 बीमारियों का डेटा होगा ट्रैक
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आर. के. गुप्ता के अनुसार, इस ऑनलाइन व्यवस्था से विभिन्न बीमारियों का सटीक डेटा भी तैयार किया जा सकेगा। इससे यह समझना आसान होगा कि किस समय कौन सी बीमारी अधिक फैल रही है और कब उसका प्रभाव कम हो रहा है।
👨⚕️ विशेषज्ञ सलाह लेना होगा आसान
जैसे ही मरीज को रिपोर्ट मिलेगी, वह उसके अनुसार संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेकर समय पर इलाज शुरू कर सकेगा।
✅ निष्कर्ष:
स्वास्थ्य सेवाओं में यह डिजिटल परिवर्तन मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकता है। इससे न केवल भीड़भाड़ वाले अस्पतालों से राहत मिलेगी, बल्कि इलाज भी तेज और सटीक तरीके से शुरू हो सकेगा।