1 करोड़ की लागत से शुरू हुआ काम
झाँसी। बरसात से पहले झाँसी और ललितपुर के प्रमुख बाँधों के गेट की मरम्मत का कार्य शुरू होने जा रहा है। सिंचाई विभाग ने इस कार्य के लिए लगभग 1 करोड़ रुपये की राशि तय की है। कार्यों में मुख्य रूप से ग्रीसिंग, पेंटिंग, ऑयल फिलिंग और अन्य तकनीकी सुधार शामिल होंगे।
इस कार्य की जिम्मेदारी बैराज यान्त्रिक अनुरक्षण खण्ड, कानपुर को दी गई है, जिसने पहले ही निविदा प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। यह कार्य वर्षा ऋतु से पहले पूरा करने का लक्ष्य है, ताकि जलभराव की स्थिति में किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी से बचा जा सके।
🌊 प्रमुख बाँधों का विवरण:
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माताटीला बाँध (ललितपुर):
गेट नंबर 1 से 23 तक के लिफ्टिंग सिस्टम की ग्रीसिंग, गियर बॉक्स ऑयलिंग, एलटी पैनल मरम्मत आदि — 22.63 लाख रुपये का बजट। -
पहाड़ी बाँध:
गेट नंबर 1 से 19 तक स्वे रोलर और अन्य गेटों के ओवरहालिंग कार्य — 23.66 लाख रुपये का बजट। -
पहूज बाँध:
गेट नंबर 1 से 8 तक लिफ्टिंग उपकरणों की मरम्मत, कार्डियम कंपाउंड लगाना, में रोलर ग्रीसिंग आदि — 7.03 लाख रुपये का खर्च।
इनके अतिरिक्त कचनौदा भावनी, शहजाद और अन्य बाँध भी इस मरम्मत अभियान का हिस्सा होंगे। इन बाँधों से झाँसी और ललितपुर के बड़े हिस्से को पीने का पानी और सिंचाई जल उपलब्ध कराया जाता है।
🔧 कार्य की ज़रूरत क्यों?
बुंदेलखंड क्षेत्र की नदियाँ मानसून में तेज़ बहाव के साथ आती हैं। इनका प्रवाह नियंत्रित करने के लिए बनाए गए बाँधों को समय पर दुरुस्त करना आवश्यक होता है। हर साल बारिश से पहले इन बाँधों के गेट का मेंटिनेंस किया जाता है ताकि किसी भी आपातकाल में गेट सुचारू रूप से काम कर सकें।
👷♂️ अधिकारिक बयान:
“बरसात से पहले बाँधों के गेट का मेंटिनेंस आवश्यक होता है ताकि जलभराव के समय कोई तकनीकी समस्या न आए। इस कार्य को बैराज यान्त्रिक अनुरक्षण खण्ड, कानपुर द्वारा कराया जा रहा है।”
— पंकज सिंह, अधिशासी अभियंता, माताटीला खण्ड