
अब स्कूली बच्चे पढ़ेंगे ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल की वीरगाथा, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान हुआ था पस्त
नई दिल्ली। भारत की ताकत का प्रतीक बनीं ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलों की वीरगाथा अब देश के स्कूली छात्रों तक पहुंचाई जाएगी। शिक्षा मंत्रालय इस पहल के तहत इन मिसाइलों की जानकारी को पाठ्यक्रम से जुड़ी अतिरिक्त गतिविधियों और भारतीय भाषाओं के माध्यम से रोचक ढंग से प्रस्तुत करेगा।
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, यह पहल छात्रों में राष्ट्रीय सुरक्षा, विज्ञान और टेक्नोलॉजी के प्रति रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से की जा रही है। इससे पहले चंद्रयान मिशन की कहानी भी इसी तरह स्कूली स्तर पर साझा की गई थी और उसे काफी सराहना मिली थी।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर:
इस मिशन के दौरान भारत ने पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली को छेदते हुए आतंकी ठिकानों और हवाई अड्डों को नष्ट किया था। ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलों की सटीकता और तीव्रता ने पाकिस्तान को कुछ ही घंटों में घुटनों पर ला दिया था।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में कहा कि “ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलें भारत की वैज्ञानिक क्षमता का उदाहरण हैं। इन्हें बच्चों तक पहुंचाना जरूरी है ताकि वे तकनीक, इनोवेशन और रिसर्च के क्षेत्र में भविष्य निर्माण कर सकें।”
मिसाइलों की प्रमुख विशेषताएं:
ब्रह्मोस मिसाइल:
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गति: 9878 किमी/घंटा
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रेंज: 400 किमी
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वजन: 1290 किलोग्राम
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लंबाई: 8.4 मीटर
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भार वहन क्षमता: 3000 किलोग्राम
आकाश मिसाइल:
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गति: 3087 किमी/घंटा
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रेंज: 80 किमी
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वजन: 720 किलोग्राम
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लंबाई: 5.78 मीटर
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भार वहन क्षमता: 60 किलोग्राम
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