महाकुंभ भगदड़ में उत्तराखंड की महिला की दुखद मौत, प्रयागराज हादसे ने समूचे क्षेत्र को किया शोकाकुल
महाकुंभ स्नान के दौरान प्रयागराज में मंगलवार रात को हुई भगदड़ में उत्तराखंड के किच्छा निवासी गुड्डी देवी की मृत्यु हो गई। वह 27 जनवरी को अपने बेटे राजू और बहू पूजा के साथ महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गई थीं। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।
गुड्डी देवी और उनका परिवार किच्छा से 5 बसों में सवार होकर सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचे थे। मंगलवार रात जब अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मची, तो गुड्डी देवी अपने परिवार से बिछड़ गईं। अगले दिन सुबह छह बजे उनका शव उनके परिवार को मिला। गुड्डी देवी की मृत्यु की खबर मिलते ही परिजनों के बीच गहरा शोक व्याप्त हो गया।
किच्छा के लोग महाकुंभ में हुए इस दुखद हादसे से शोकित
किच्छा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, भाजपा मंडल अध्यक्ष मनमोहन सक्सेना, और अन्य नेताओं ने गुड्डी देवी के परिवार से मिलकर उन्हें शोक संवेदना दी। उन्होंने यह भी कहा कि इस कठिन समय में वह पूरी तरह से परिवार के साथ हैं और हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।
यह घटना किच्छा क्षेत्र के लिए बेहद दुखद है। पूर्व विधायक ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति दी। उन्होंने इस कठिन समय में परिवार को हर प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
महाकुंभ में इस हादसे के बाद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम?
प्रयागराज में मची भगदड़ ने महाकुंभ के आयोजनों को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। ऐसे में प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाने की आवश्यकता होगी ताकि भविष्य में श्रद्धालुओं की जान की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
किच्छा से महाकुंभ के लिए गए श्रद्धालु इस घटना के बाद गहरे शोक में
किच्छा के लोग, विशेष रूप से गुड्डी देवी के परिवारवाले, इस घटना के बाद गहरे शोक में हैं। परिवार के सदस्य राजू कोली ने इस घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद प्रयागराज के लिए रवाना हो गए थे, जहां उन्हें गुड्डी देवी का शव मिला।