बॉलीवुड डेस्क, नई दिल्ली:
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान (Aamir Khan) अपनी शानदार फिल्मों और अनोखे एक्टिंग स्टाइल के लिए मशहूर हैं। 50 साल से अधिक के करियर में उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि वह पिछले 20 सालों से अपनी फिल्मों के लिए कोई फीस नहीं ले रहे? जी हां, आमिर खान ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि वह फिल्मों से पैसा कमाने के लिए एक अलग मॉडल अपनाते हैं।
फीस नहीं, प्रॉफिट शेयरिंग से कमाई
आमिर खान ने एक इंटरव्यू में बताया कि वह फिल्म के बजट पर अपनी फीस का बोझ नहीं डालते, बल्कि फिल्म के प्रॉफिट से अपनी कमाई करते हैं। उन्होंने कहा,
“अगर मेरी फिल्म हिट होती है, तो मैं कमाता हूं और अगर फ्लॉप होती है, तो मुझे कुछ नहीं मिलता। मैं सैलरी नहीं लेता।”
कैसे काम करता है आमिर का मॉडल?
आमिर खान की फिल्मों का बजट आमतौर पर 10-20 करोड़ रुपये का होता है। चूंकि वह फीस नहीं लेते, इससे फिल्म की लागत कम हो जाती है। लेकिन जब फिल्म रिलीज होती है और अच्छा बिजनेस करती है, तो आमिर खान को उसके प्रॉफिट में से एक बड़ा हिस्सा मिलता है।
उदाहरण के लिए, यदि कोई फिल्म 500 करोड़ रुपये का कलेक्शन करती है और उसमें प्रॉफिट 300 करोड़ रुपये होता है, तो आमिर खान इस प्रॉफिट का एक बड़ा प्रतिशत अपने लिए लेते हैं। इस मॉडल के कारण वह बिना सैलरी लिए भी करोड़ों की कमाई कर लेते हैं।
कला से कमाई का पुराना तरीका
आमिर खान ने अपनी कमाई के मॉडल की तुलना पुराने समय के स्ट्रीट परफॉर्मर्स से की। उन्होंने कहा कि पुराने समय में कलाकार सड़कों पर परफॉर्म करते थे और लोग उन्हें उनकी कला के अनुसार पैसे देते थे। आमिर के मुताबिक, अगर उनकी फिल्म दर्शकों को पसंद आती है, तो वह अच्छा पैसा कमाते हैं, लेकिन अगर फिल्म फ्लॉप हो जाती है, तो उन्हें कुछ नहीं मिलता।
आमिर खान को क्या फायदा मिलता है?
इस मॉडल से आमिर खान को कई फायदे मिलते हैं:
✅ जोखिम कम: फिल्म के फ्लॉप होने पर निर्माता को घाटा नहीं होता।
✅ क्रिएटिव फ्रीडम: आमिर अपनी पसंद की फिल्में बना सकते हैं।
✅ ज्यादा कमाई का मौका: अगर फिल्म सुपरहिट होती है, तो उन्हें बड़ा मुनाफा मिलता है।