झाँसी : मेडिकल कॉलिज अग्निकाण्ड | प्रकरण में लीपापोती का आरोप

• कॉंग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने एफआइआर और दोषियों की गिरफ्तारी न होने पर जतायी नाराजगी

झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज के निक्कू वॉर्ड 15 नवम्बर को हुयी अग्निकाण्ड में मृत 17 नवजात बच्चों के मामले को लेकर कॉंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ा बयान दिया है। वह आज घटनास्थल पर पहुँचे और आरोप लगाया कि दोषियों को बचान के लिए लीपापोती की जा रही है। अभी तक किसी पर एफआइआर तक दर्ज नहीं की गयी है। मेडिकल कॉलिज प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने एक प्रतिनिधिमण्डल बनाया है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी शामिल हैं। वह आज दोपहर उप्र कॉंग्रेस अनुसूचित जाति विभाग है। के अध्यक्ष तनुज पुनिया के साथ मेडिकल कॉलिज पहुँचे। उन्होंने कहा कि अमेठी के गौरीगंज में एक छोटी-सी घटना पर स्मृति ईरानी ने पूरे अस्पताल को सील करा दिया था, लेकिन उप मुख्यमन्त्री बृजेश पाठक खानापूरी कर चले गए। उन्होंने चेतावनी दी कि एफआइआर दर्ज कर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में आन्दोलन करेगी। इस दौरान पूर्व केन्द्रीय मन्त्री प्रदीप जैन ‘आदित्य’ पूर्व विधायक बृजेन्द्र व्यास, पूर्व राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी, प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल राय, प्रदेश महासचिव राहुल रिछारिया, प्रदेश सचिव अनुज मिश्रा मनीराम कुशवाहा, युवा कॉंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक शिवहरे, जिलाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह पारीछा, शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, मुकेश अग्रवाल, अरविन्द बबलू, नीता अग्रवाल, अमीरचन्द आर्य आर्य, अखलाक मकरानी, अनिल रिछारिया आदि साथ रहे।

बाहर से ही किया निरीक्षण

कॉंग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को वॉर्ड सील होने के कारण उन्हें अन्दर नहीं | जाने दिया गया। इस कारण बाहर से ही निरीक्षण किया। बाहर एक्सपायरी डेट का एक अग्निशमन यन्त्र मिला। इसे देख उन्होंने कहा कि यहाँ सारी व्यवस्थाएं फेल हैं 18 बेड पर 49 बच्चे एडमिट थे। यह लापरवाही थी और नवजातों की मौत की जिम्मेदार मेडिकल कॉलिज का प्रशासन है। उसके खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए।

दूसरों की जान बचाने वालों को मिले अवॉर्ड

प्रदेश अध्यक्ष कहा कि शॉर्ट सर्किट का मूल कारण एक प्लग में 2-2 वेण्टिलेटर मशीन को लगाना हो सकता है, क्योंकि वहाँ क्षमता से अधिक बच्चे भर्ती किए गए थे और अतिरिक्त मशीन को जोड़ा गया। इससे विच पर ओवरलोडिंग हुई और प्लग जल गया। कहा कि नर्स मेघा सहित जिन्होंने अपने बच्चों को खोया और दूसरे बच्चों को बचाने का काम किया, उनको 50-50 लाख रुपए व अवॉर्ड मिलना चाहिए। मृत बच्चों के परिजनों को भी 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाना चाहिए।

मेडिकल कॉलिज से 29 बच्चे डिस्चार्ज, 2 की हालत गम्भीर

झाँसी मेडिकल कॉलिज के न्यू बोर्न इण्टेसिव केयर यूनिट में हुए हादसे के बाद से चिकित्सालय प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। हादसे 17 बच्चों की मृत्यु के बाद प्रतिदिन भर्ती बच्चों पर नजर रखी जा रही लगातार उच्चाधिकारियों तक अपडेट दी जा रही है। रविवार को जारी अपडेट के अनुसार वॉर्ड में भर्ती अति गम्भीर बच्चों में से 29 को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है,
जबकि 1 शिशु को कम वजन और कम दिन का होने के कारण वेण्टिलेटर पर रखा गया है। जन्मजात हृदय रोग की समस्या भी बतायी जा रही है। 1 बच्चे को ऑक्सिजन पर रखा गया है।
उसका भी वजन काफी कम है। इसके उसे अलावा 2 बच्चे प्राइवेट फेसिलिटि में रखे गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copy link