झांसी (उत्तर प्रदेश):
झांसी जिले के बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम पाली में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहाँ 45 वर्षीय किसान सोबरन सिंह यादव ने कैंसर की तकलीफ से परेशान होकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। उन्होंने खेत पर जाकर खुद की कनपटी पर देसी तमंचे से गोली मार ली, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
🧑🌾 इलाज में बिक गई खेती, लेकिन नहीं मिली राहत
परिजनों के अनुसार, सोबरन सिंह को वर्ष 2021 में मुंह का कैंसर हो गया था। उनका इलाज झांसी, लखनऊ, ग्वालियर और मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी कराया गया। इस दौरान उनके दो ऑपरेशन भी हुए, लेकिन राहत नहीं मिली। इलाज के लिए उन्होंने अपनी 3 बीघा जमीन बेच दी, और लाखों रुपये भी खर्च किए।
👪 पहले पत्नी ने की थी खुदकुशी, अब किसान ने छोड़ी दुनिया
भतीजे बंटी यादव ने बताया कि लगभग 15 साल पहले सोबरन की पत्नी गीता देवी ने भी आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद सोबरन ने अकेले ही अपने बच्चों को पाला-पोसा। कैंसर के इलाज और लगातार दर्द ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया था।
📍 ऐसे दी जान – खेत में पेड़ के नीचे लेटकर मारी गोली
शुक्रवार सुबह लगभग 8 बजे सोबरन अपने खेतों की ओर गए, जो सड़क किनारे ही हैं। एक पेड़ के नीचे लेटकर उन्होंने अपने पास रखे देसी तमंचे से खुद की कनपटी पर गोली चला दी। गोली सिर को चीरते हुए आर-पार निकल गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। आवाज सुनकर राहगीर मौके पर पहुँचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
पुलिस ने घटनास्थल से तमंचा बरामद कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।