कर निरीक्षक के मोबाइल ने खोला दलाली का भंडाफोड़
झांसी: GIS सर्वे के बाद बढ़े गृहकर विवाद के बीच झांसी में एक बड़ा मामला सामने आया है। एक कर निरीक्षक के मोबाइल फोन ने दलाली का भंडाफोड़ कर दिया। पार्षदों ने कर निरीक्षक पर आरोप लगाया कि वह गृहकर कम करने के नाम पर दलालों के जरिए पैसे वसूल रहा था।
कैसे हुआ खुलासा?
पार्षदों ने कर निरीक्षक का मोबाइल चेक किया, जिसमें दलालों के साथ लगातार बातचीत के सबूत मिले। मसीहागंज क्षेत्र के एक निवासी ने बताया कि उसे गृहकर कम कराने का लालच दिया गया था। जब यह मामला पार्षद महेश गौतम, विकास खत्री और अन्य सदस्यों तक पहुंचा, तो उन्होंने कर निरीक्षक से पूछताछ की। शुरुआत में कर निरीक्षक ने इन आरोपों को खारिज किया, लेकिन मोबाइल रिकॉर्ड ने सारी सच्चाई उजागर कर दी।
GIS सर्वे और गृहकर विवाद:
GIS सर्वे के तहत झांसी नगर निगम ने नए सिरे से गृहकर का निर्धारण किया है। इस प्रक्रिया में 1 लाख नए मकान चिह्नित किए गए और कई घरों का गृहकर कई गुना बढ़ा दिया गया। इससे लोग परेशान हो गए हैं और गृहकर कम कराने के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं।
पार्षदों का आरोप:
पार्षदों का कहना है कि नगर निगम ने गृहकर में बढ़ोतरी कर जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। पार्षद उमेश जोशी और आशीष तिवारी ने कहा कि यह गलती नगर निगम की है, जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है। उन्होंने मांग की कि प्रत्येक वार्ड में शिविर लगाकर समस्याओं का समाधान किया जाए।
नगर आयुक्त का बयान:
नगर आयुक्त सत्यप्रकाश ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।