बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में 47 दिन में सम-सेमेस्टर कोर्स पूरा कराने पर छात्र-छात्राओं का विरोध
झाँसी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में सम-सेमेस्टर पाठ्यक्रम के कक्षा संचालन और परीक्षा की संभावित तिथियों की घोषणा के बाद छात्र-छात्राओं ने विरोध जताया है। विश्वविद्यालय द्वारा 6 महीने में पूरा होने वाले पाठ्यक्रम को मात्र 47 दिन में खत्म करने की रणनीति को छात्रों ने नकारा है और इस पर असंतोष व्यक्त किया है।
नई शिक्षा नीति के तहत सेमेस्टर प्रणाली: नई शिक्षा नीति के तहत बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने सेमेस्टर प्रणाली लागू की है। पहले जहां वार्षिक परीक्षा होती थी, अब एक वर्ष में दो सेमेस्टर होते हैं और इनसेमेस्टर के अंतर्गत कोर्स और परीक्षा को छह महीने में पूरा किया जाता है। हालाँकि, इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने सम-सेमेस्टर पाठ्यक्रम को 47 दिन में पूरा करने का निर्णय लिया है, जिसके चलते छात्रों में असंतोष बढ़ गया है।
अवधि और कक्षा संचालन: विश्वविद्यालय प्रशासन ने 1 फरवरी से कक्षाएं शुरू कर दी हैं, और प्रस्तावित परीक्षा 20 अप्रैल से कराने की योजना है। 1 फरवरी से 10 अप्रैल तक लगभग 47 कार्यदिवस में पाठ्यक्रम पूरा करना है, जबकि इस दौरान 20 दिन रविवार और सार्वजनिक अवकाश होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन अवकाश दिनों में ऑनलाइन कक्षाएं चलाने और प्रत्येक पीरियड में 15 मिनट अतिरिक्त पढ़ाई करने की सलाह दी है।
छात्रों का विरोध: हालांकि, छात्रों का कहना है कि कई विभागों में सामान्य दिनों में भी कक्षा संचालन में कठिनाई होती है, ऐसे में ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन करना और भी मुश्किल होगा। कुछ छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि इस योजना से कोई खास फायदा नहीं होगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया: परीक्षा नियंत्रक राज बहादुर ने कहा कि 20 अप्रैल से सम-सेमेस्टर परीक्षा कराने का लक्ष्य तय किया गया है, और पाठ्यक्रम को समय पर पूरा कराने के लिए सभी कक्षाओं में 15 मिनट अतिरिक्त पढ़ाई करने के निर्देश दिए गए हैं।