महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इसे सुनियोजित हमला करार दिया और कहा कि कुछ विशेष घरों और संस्थानों को निशाना बनाया गया। इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिसमें तीन डीसीपी भी शामिल हैं। एक डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल होकर आईसीयू में भर्ती है।
पुलिस पर हमले को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
सीएम फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि किसी को भी कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं है। उन्होंने साफ किया कि पुलिस पर हमला किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
11 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू
नागपुर में 11 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा (Section 144) लागू कर दी गई है। अब तक हिंसा को लेकर 5 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। पुलिस को पत्थरों से भरी एक ट्रॉली भी मिली है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हिंसा पूरी तरह सुनियोजित थी।
विपक्ष और सत्तारूढ़ दल आमने-सामने
विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार में बैठे कुछ मंत्रियों के बयानों के कारण राज्य में तनावपूर्ण स्थिति बनी है। वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने कुछ लोगों पर मुगल सम्राट औरंगजेब का महिमामंडन करने का आरोप लगाया है।
सीएम की लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ हालात को काबू में रखने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की सलाह दी गई है, ताकि शांति और व्यवस्था बनी रहे।