
भारतीय वेबसाइटों को निशाना बनाकर हैकिंग और भारत विरोधी संदेश पोस्ट करने के आरोप में गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों आरोपी सिर्फ 12वीं पास हैं, लेकिन उन्होंने 6 से 8 महीने के भीतर ही साइबर हैकिंग में महारत हासिल कर ली थी।
गिरफ्तारी और पहचान:
गुजरात के खेड़ा जिले के नाडियाड निवासी शाहनवाज अंसारी और एक नाबालिग लड़के को इस मामले में पकड़ा गया है। अधिकारियों के मुताबिक, ये दोनों आरोपी टेलीग्राम पर चैनल बनाकर अपनी गतिविधियों को अंजाम देते थे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और साइबर हमलों का खुलासा:
हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद एटीएस को भारतीय वेबसाइटों को निशाना बनाने वाले हैकरों के बारे में कई अलर्ट मिले थे। एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया, “हमें अक्सर ऐसे साइबर हमलों की जानकारी मिलती रहती है। ऑपरेशन के दौरान हमने पाया कि राष्ट्रविरोधी तत्व सक्रिय रूप से भारतीय वेबसाइटों को ठप्प करने की कोशिश कर रहे थे।”
टेलीग्राम पर फैलाते थे जाल:
एटीएस के इंस्पेक्टर ध्रुव प्रजापति को अंसारी और नाबालिग द्वारा ‘एनोनसेक’ नाम का चैनल चलाने की जानकारी मिली थी। जांच में पता चला कि आरोपियों ने पहले ‘EXPLOITXSEC’ और ‘ELITEXPOLIT’ (बैकअप चैनल) के नाम से दो टेलीग्राम चैनल बनाए थे, जिनका नाम बाद में बदलकर ‘Anonsec’ कर दिया गया। बैकअप चैनल बनाने का मकसद यह था कि यदि मुख्य चैनल बंद हो जाए तो वे अपनी गतिविधियां जारी रख सकें।
कम समय में बनी हैकिंग में कुशलता:
डीआईजी जोशी ने बताया कि दोनों आरोपी 12वीं फेल होने के बावजूद, मात्र 6 से 8 महीने के भीतर ही साइबर हैकिंग और साइबर गतिविधियों में बेहद कुशल हो गए थे। वे न केवल वेबसाइट हैक करते थे, बल्कि भारत के खिलाफ संदेश भी पोस्ट किया करते थे। फिलहाल इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।
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