मध्य प्रदेश के दारोगा ने अपहरणकर्ताओं का पीछा करते हुए लुहारी टोल प्लाजा पर किया टकराव
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक दारोगा और अपहरणकर्ताओं के बीच तगड़ा टकराव हुआ। यह घटना लुहारी टोल प्लाजा पर घटी, जब दारोगा शैलेन्द्र सिंह और उनकी टीम ने जमीन कारोबारी के अपहरणकर्ताओं का पीछा करते हुए उन्हें घेरने की कोशिश की। इस दौरान बदमाशों ने दारोगा की कार में टक्कर मारी और पुलिस की घेराबंदी तोड़कर फरार हो गए।
कैसे हुआ अपहरण:
भोपाल निवासी निवेश सिंह ठाकुर, जो एक जमीन कारोबारी हैं, का 27 अक्टूबर 2024 को अपहरण किया गया था। उन्हें मुरैना टोल प्लाजा के पास बंदूक के बल पर अगवा किया गया था। अपहरणकर्ताओं ने उनके परिवार से 1 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की थी। बाद में 30 लाख रुपए लेकर बदमाशों ने उन्हें छोड़ दिया, लेकिन बाद में फिरौती की फिर से मांग की।
दारोगा की बहादुरी:
दारोगा शैलेन्द्र सिंह ने घटना की सूचना पुलिस को दी और अपहरणकर्ताओं का पीछा शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस और टोल कर्मियों की मदद से आरोपियों को लुहारी टोल प्लाजा पर घेरने की कोशिश की। लेकिन जैसे ही बदमाशों ने दारोगा की कार को टक्कर मारी, वे तेजी से भाग निकले। दारोगा ने इस दौरान उन्हें पकड़ने की पूरी कोशिश की, लेकिन बदमाश उन्हें चकमा देने में सफल रहे।
मुकदमा दर्ज:
इस घटना के बाद थाना सकरार में अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस की जांच जारी है और आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
आखिरकार क्या हुआ:
दारोगा की बहादुरी से बावजूद, अपहरणकर्ता भागने में सफल रहे और अब पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस घटनाक्रम ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, और इस तरह के मामलों में त्वरित कार्रवाई की अहमियत को भी उजागर किया है।