नई दिल्ली, 27 दिसम्बर 2024: सर्दियों के मौसम में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या आम हो जाती है। यूरिक एसिड का बढ़ना शरीर में दर्द और सूजन का कारण बन सकता है, खासकर जोड़ों में। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह समस्या गंभीर हो सकती है। हालांकि, दवाइयों के अलावा कुछ आसान योगासन ऐसे हैं जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकते हैं।
आज हम आपको 4 योगासनों के बारे में बताएंगे जिन्हें आप रोजाना सुबह उठकर कर सकते हैं, जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद करेंगे और शरीर को ताजगी भी देंगे।
1. वृक्षासन (ट्री पोज):
वृक्षासन एक संतुलन और ध्यान को बढ़ाने वाला योगासन है। यह शरीर की मेटाबॉलिज्म क्षमता को सुधारता है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर कम हो सकता है। इस आसन से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और शरीर की स्थिति सही रहती है।
2. पवनमुक्तासन (विंड रिलीजिंग पोज):
यह आसन पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर घट सकता है। इस आसन को करते वक्त अपने घुटनों को मोड़कर छाती तक लाएं, जिससे पेट और आंतों पर दबाव पड़े और शरीर से विषैले तत्व बाहर निकल सकें।
3. भुजंगासन (कोबरा पोज):
भुजंगासन से मेरुदंड की मजबूती बढ़ती है और रक्त प्रवाह में सुधार होता है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर कम होने में मदद मिलती है। यह आसन खासतौर पर रीढ़ की हड्डी के लिए लाभकारी है और शरीर में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
4. शलभासन (ग्रासहॉपर पोज):
यह आसन पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर कम हो सकता है। शलभासन करने से शरीर में लचीलापन आता है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
इन योगासनों को करते समय ध्यान रखें:
- योगासन सुबह खाली पेट करें।
- योगासन करते समय धीरे-धीरे और सावधानी से करें।
- यदि किसी प्रकार की चोट या समस्या है, तो योगासन शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- योग के साथ-साथ सही आहार और जीवनशैली अपनाएं।
इन योगासनों को नियमित रूप से करने से आप यूरिक एसिड को प्रभावी ढंग से कम कर सकते हैं और सर्दियों में होने वाली तकलीफ से राहत पा सकते हैं।