झाँसी: में पुलिस और हिस्ट्रीशीटर के बेटे सुमित यादव के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें आरोपी को घायल हालत में गिरफ्तार किया गया। सुमित यादव पर आरोप था कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर जेलर कस्तूरी लाल गुप्ता और सिपाही अर्जुन सिंह पर हमला किया था। पुलिस ने सुमित के पास से तमंचा, कारतूस और बिना नम्बर की बाइक बरामद की है।
आरोपी ने पुलिस पर किया था फायर
यह मुठभेड़ सुकवीं इक कॉलोनी के पास हुई। पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी क्षेत्र में छिपा हुआ है। जब पुलिस ने उसे घेरा, तो सुमित यादव ने पुलिस पार्टी पर तमंचे से फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलायी, जो आरोपी के पैर में लगी। घायल हालत में उसे गिरफ्तार कर अस्पताल भेजा गया।
जेलर पर हमले की वजह
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने जेल में बंद अपने पिता को हमीरपुर जेल शिफ्ट किए जाने की वजह से यह हमला किया था। 10 नवम्बर को जेलर ने उसके पिता को झाँसी जेल से हमीरपुर जेल शिफ्ट कर दिया था, जिससे वह नाराज था। इस खुन्नस में उसने और उसके साथियों ने जेलर और सिपाही पर हमला किया।
घटना में शामिल अन्य आरोपी अभी फरार
सुमित यादव के साथ इस हमले में उसके छोटे भाई अमित यादव और दो अन्य साथी भी शामिल थे। पुलिस ने इन आरोपियों की पहचान तो कर ली है, लेकिन वे अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
पुलिस ने बताया कि आरोपी सुमित यादव और उसके साथियों का नाम पहले भी अपराधों में सामने आ चुका है। इस हमले के बाद आरोपी ने मथुरा, दिल्ली और राजस्थान में भी ठिकाने बदले थे। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद अब अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
बरामद सामान: तमंचा, कारतूस और बिना नम्बर की बाइक
पुलिस ने आरोपी के पास से तमंचा, कारतूस और बिना नम्बर की बाइक भी बरामद की है। पुलिस का कहना है कि आरोपी और उसके साथी आमतौर पर ब्याज पर पैसा देकर लोगों का सामान गिरवी रखते थे।