Go Green : हम भी बन सकते हैं मिशन ग्रीन ग्रोथ का हिस्सा, ला सकते हैं पर्यावरण में बदलाव

Green growth : हाल ही में हुए बजट 2023 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कई बड़े ऐलान किए। इस दौरान उन्होंने आर्थिक विकास के साथ साथ हरित विकास (Green growth ) पर भी जोर दिया। ग्रीन फ्यूल, ग्रीन फार्मिंग से लेकर ग्रीन बिल्डिंग सभी को उन्होंने प्राथमिकता देने की बात कि। आप और हम चाहें तो हम सब भी देश के इस ग्रीन ग्रोथ मिशन का हिस्सा बन सकते है। इसके लिए हमें अपनी रोजमर्रा की ज़िन्दगी में छोटे छोटे बदलाव लाने होंगे।



एनर्जी सेविंग

एनर्जी सेविंग बल्ब और ट्यूबलाइट का इस्तेमाल करें। जरूरत ना होने पर बिजली का उपयोग ना करें।

Go Green :


घर पर बनायें खाद

पूराना बासी खाना हो या फिर बचा हुआ खाना, इन्हे फेंके नहीं बल्कि एक कम्पोस्ट बिन बना कर उसमें रखें। बाद में जब यह खाद (fertilizer ) बन कर त्यार हो जाये तो इससे अपने घर के गार्डन में, पेड़ पौधों में और इंडोर प्लांट्स में दाल दें।

Go Green :


शॉप लोकल

जहाँ तक हो सके अपने नजदीकी दूकानदार से सब्जी- सौदा खरीदें। इससे न सिर्फ लोकल मार्किट को मदद मिलेगी बल्कि आपका फ्यूल भी सेव होगा और उन्हें भी सामान बेचने दूर नहीं जाना पड़ेगा।

प्लास्टिक बैग्स से दूरी
खरीदारी करने जाएं तब अपना बैग साथ लेकर जाएँ । यह सब से आसान व असरदार एनवायरनमेंट फ्रेंडली तरीका है।

ईट लोकल
बाजार में कई विदेशी फल, फूल, सब्जीयां और अन्य प्रोडक्ट्स मिलते है। आपकी कोशिश रहे की आप ज़्यादा से ज़्यादा लोकल फूड खारेदें और खाएं।

Go Green :


पानी की करें बचत
जरूरत से ज़्यादा पानी ना गिराएं, शावर की जगह बकेट का इस्तेमाल करें, वाशिंग मशीन को पूरा लोड करके चलाये।

री-यूज और री-साइकिल
किसी भी चीज़ को री-साइकिल करने से पहले उसे पूरी तरह री- यूज करें। कपडे, जूते, इलेक्ट्रॉनिकस इन सब को फेंकने की बजाय पहले लोकल मार्किट में ठीक करवाएं।

गेराज सेल लगाएं
जो सामन आपके काम नहीं आ रहा है लेकिन वो ख़राब भी नहीं है तो उसके लिए घर में ही सेल लगाएं। पड़ोसियों और दोस्तों को सेल के बारे में बताएं। क्या पता जो आपके काम का नहीं है वो किसी और के काम आ जाये।

साइकिल के साथी
अब जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में साइकिल को सस्ता कर ही दिया है तो क्यों ना फायदा उठाया जाय। आस पास की दूरी हो तो साइकिल या फिर पैदल ही सफर करें। कार , ऑटो-रिक्शा का इस्तेमाल ना करें। इस तरह पर्यावरण खुशनुमा, आप भी सेहतमंद रहेंगे।

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