हनुमान जन्मोत्सव 2025: भारत के 5 प्रसिद्ध हनुमान मंदिर

हनुमान जन्मोत्सव 2025

हनुमान जन्मोत्सव 2025: इन 5 चमत्कारी मंदिरों में बजरंगबली के दर्शन से दूर होते हैं सभी संकट

हनुमान जन्मोत्सव, जो कि भगवान हनुमान के प्राकट्य का पर्व है, हर साल चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 12 अप्रैल 2025 को आ रहा है। हिन्दू धर्म में यह दिन विशेष भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और मंदिरों में जाकर संकटमोचन हनुमान जी से शक्ति, साहस और सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं।

भारत में हनुमान जी के कई ऐसे मंदिर हैं, जो सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि चमत्कारी भी माने जाते हैं। अगर आप इस पावन अवसर पर हनुमान जी के दर्शन का मन बना रहे हैं, तो इन मंदिरों को अपनी सूची में जरूर शामिल करें।

🛕 1. लेटे हुए हनुमान मंदिर, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)

प्रयागराज का यह मंदिर देशभर में प्रसिद्ध है क्योंकि यहां हनुमान जी की प्रतिमा लेटी हुई मुद्रा में है। यह 20 फीट लंबी प्रतिमा अपने आप में अद्भुत है। मान्यता है कि संगम स्नान तभी पूर्ण होता है जब श्रद्धालु यहां हनुमान जी के दर्शन करते हैं। हनुमान जन्मोत्सव पर यहां भारी भीड़ उमड़ती है।

🛕 2. हनुमानगढ़ी मंदिर, अयोध्या (उत्तर प्रदेश)

अयोध्या श्रीराम की जन्मभूमि है और हनुमानगढ़ी उनका प्रमुख मंदिर। कहा जाता है कि रामलला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी जाना अनिवार्य है। यहां दक्षिणमुखी हनुमान जी की मूर्ति है और भक्त उन्हें लाल चोला चढ़ाकर रोगों और संकटों से मुक्ति पाते हैं।

🛕 3. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, दौसा (राजस्थान)

राजस्थान के दौसा जिले में स्थित यह मंदिर अपनी रहस्यमयी और चमत्कारी शक्तियों के लिए जाना जाता है। यहां स्वयं प्रकट हुई हनुमान जी की प्रतिमा है। माना जाता है कि यहां दर्शन करने से सभी प्रकार की बुरी शक्तियों और मानसिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

🛕 4. सालासर बालाजी मंदिर, चूरू (राजस्थान)

यह मंदिर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने के लिए जाना जाता है। यहां भक्त नारियल चढ़ाते हैं और विशेष रीति से खेत में गड्ढा खोदकर उन्हें दबाया जाता है। यह परंपरा मंदिर की खासियत है।

🛕 5. पंचमुखी हनुमान मंदिर, रामेश्वरम (तमिलनाडु)

यह मंदिर हनुमान जी के पंचमुखी स्वरूप को समर्पित है। दक्षिण भारत के रामेश्वरम में स्थित यह मंदिर आध्यात्मिक और पर्यटन दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यहां आने वाले भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

निष्कर्ष

हनुमान जन्मोत्सव 2025 के पावन अवसर पर इन मंदिरों के दर्शन कर आप भी अपने जीवन के संकटों से मुक्ति पा सकते हैं। हनुमान जी की भक्ति करने से साहस, बुद्धि, बल और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

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