झांसी मेडिकल कॉलेज में भीषण हादसा
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में सोमवार रात एक दर्दनाक घटना हुई, जहां NICU (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) में अचानक आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। यह हादसा मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा और चिकित्सा प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
कैसे हुआ हादसा?
सूत्रों के अनुसार, NICU में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग इतनी तेजी से फैली कि वहां भर्ती नवजातों को बचाने का समय नहीं मिल सका। स्टाफ और डॉक्टरों ने बचाव के प्रयास किए, लेकिन आग पर काबू पाने में नाकाम रहे।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का निरीक्षण
घटना के बाद, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक झांसी पहुंचे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज का दौरा कर घटनास्थल का जायजा लिया और अधिकारियों को हादसे की जांच के सख्त निर्देश दिए।
उन्होंने कहा, “यह घटना बेहद दर्दनाक है। पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाएगी।”
पीड़ित परिवारों का हाल
इस घटना से पीड़ित परिवारों में गहरा आक्रोश और दुःख देखा गया। परिवारों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि NICU में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था।
मामले की जांच के आदेश
डिप्टी सीएम ने 12 घंटे के अंदर मामले की रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की।
आगे की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय
इस हादसे के बाद मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में अग्नि सुरक्षा उपकरणों का निरीक्षण किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।