झांसी: दान पत्र योजना के जरिए 900 करोड़ की संपत्ति अपनों के नाम
झांसी के 4,000 से अधिक लोगों ने सरकार की दान पत्र योजना का लाभ उठाते हुए अपनी 900 करोड़ रुपये की संपत्ति अपने रक्त संबंधियों को दान कर दी। इस योजना का उद्देश्य पारिवारिक संपत्ति विवादों को समाप्त करना और संपत्ति हस्तांतरण को सरल बनाना है।
दान पत्र योजना का उद्देश्य और लाभ
2022 में शुरू हुई इस योजना ने संपत्ति हस्तांतरण को बेहद सस्ता और आसान बना दिया है।
- केवल 5,000 रुपये की स्टांप ड्यूटी और 1% निबंधन शुल्क में संपत्ति का हस्तांतरण किया जा सकता है।
- पिता, माता, पति, पत्नी, पुत्र, पुत्री, सगे भाई-बहन, और पोते-पोतियों को संपत्ति दान में दी जा सकती है।
- संपत्ति की कीमत चाहे जितनी हो, स्टांप ड्यूटी अधिकतम 5,000 रुपये ही रहेगी।
झांसी में दान पत्र योजना के आंकड़े
- जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक 4,257 लोगों ने इस योजना का लाभ उठाया।
- इसके जरिए निबंधन विभाग को लगभग 15.68 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
- स्टांप ड्यूटी से 5.99 करोड़ रुपये और निबंधन शुल्क से 9.69 करोड़ रुपये वसूले गए।
- कुल मिलाकर 900 करोड़ रुपये की संपत्तियां रक्त संबंधियों के नाम की गईं।
योजना से विवादों में आई कमी
सहायक महानिरीक्षक निबंधन प्रवीण सिंह का कहना है कि यह योजना संपत्ति हस्तांतरण को सस्ता और पारदर्शी बनाती है। इसका मुख्य उद्देश्य पारिवारिक विवादों को समाप्त करना है। झांसी के निवासियों ने इस योजना का भरपूर लाभ उठाया, जिससे न केवल विवाद कम हुए बल्कि संपत्ति का उचित बंटवारा भी संभव हुआ।