झाँसी में एलयूसीसी कंपनी का 100 करोड़ रुपए का फ्रॉड: 30 हजार लोग हुए शिकार
झाँसी: सहारा जैसे बड़े वित्तीय धोखाधड़ी के मामले के बाद अब एक और कंपनी ने 100 करोड़ रुपए से अधिक की रकम इकट्ठा कर करोड़ों निवेशकों को धोखा दिया है। एलयूसीसी नाम की इस कंपनी ने कृषि मंत्रालय से रजिस्टर्ड होने का झांसा देकर लोगों से अधिक ब्याज का वादा किया और उनकी पूंजी एकत्र की।
एलयूसीसी ने कैसे किया 100 करोड़ का फ्रॉड
कंपनी ने बैंकिंग की तरह सेवाएं दीं, जैसे कि बचत खाते, फिक्स डिपॉजिट, मंथली इनकम स्कीम्स और रिक्रिंग डिपॉजिट (RD)। इस कारण लोगों ने विश्वास करके अपनी जीवनभर की पूंजी कंपनी को सौंप दी। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में कंपनी का कारोबार अचानक बंद हो गया और इसके एजेंट भी भूमिगत हो गए।
कंपनी ने कारोबार क्यों बंद किया
कंपनी का फ्रॉड 22 राज्यों के 30 शहरों में फैल चुका है और झाँसी में भी कई लोग अब तक 100 करोड़ रुपए से अधिक की रकम निवेश कर चुके हैं। पिछले कुछ समय से एजेण्टों ने अपनी किश्तें इकट्ठी नहीं की, जिसके बाद लोगों को समझ में आया कि उनका पैसा फंस चुका है। जब जांच की गई, तो पता चला कि कंपनी ने कई अन्य जिलों में भी इसी तरह के फ्रॉड किए हैं।
जिलाधिकारी का बयान और संभावित कार्रवाई
झाँसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने इस बारे में जानकारी दी कि यदि कोई भी निवेशक कंपनी के खिलाफ साक्ष्य के साथ शिकायत करता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, निवेशकों के लिए यह बड़ी समस्या बन चुकी है, क्योंकि अब वे अपनी जमा पूंजी को वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।