झाँसी: इस साल मार्च में ही गर्मी अपने चरम पर पहुँचने लगी है। तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जिससे धूप में बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। हालाँकि, शुक्रवार को तापमान में 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिली। अब लोग मई-जून की भीषण गर्मी को लेकर और अधिक चिंतित हो गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी ने इस डर को और बढ़ा दिया है।
मार्च में ही दिखा गर्मी का रौद्र रूप
इस साल सर्दी कम पड़ी थी, जिसके चलते पहले ही अनुमान लगाया जा रहा था कि गर्मी अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है।
झाँसी में पिछले दो दिनों से तापमान 40 डिग्री तक पहुँच गया है। शुक्रवार को इसमें 3 डिग्री की गिरावट देखी गई, लेकिन धूप की चुभन ने गर्मी का अहसास कम नहीं होने दिया। आमतौर पर मई-जून में तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
132 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा था 2024 में
झाँसी में वर्ष 1892 में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था। यह रिकॉर्ड 132 साल बाद 28 मई 2024 को टूटा, जब तापमान 49.2 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। इस बार गर्मी के तेवर को देखते हुए यह रिकॉर्ड मई से पहले ही टूटने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिक आदित्य कुमार सिंह (कृषि विज्ञान केंद्र) के अनुसार, आने वाले एक-दो दिनों में तापमान 37 से 38 डिग्री सेल्सियस तक बना रहेगा, लेकिन रविवार से तापमान तेजी से बढ़ने लगेगा। उन्होंने कहा कि इस बार गर्मी का असर फसलों और जल स्रोतों पर भी पड़ सकता है, जिससे जल संकट गहरा सकता है।