बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले, भारत ने जताई गहरी चिंता
भारत सरकार ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में बताया कि इन हमलों को लेकर बांग्लादेश सरकार से कड़ी बातचीत की गई है।
ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग को निर्देश दिया गया है कि वह अल्पसंख्यकों की स्थिति पर बारीकी से नजर रखे। भारत ने यह भी कहा है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को अपने संविधान के तहत अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने उठाई आवाज
अमेरिका के पूर्व धार्मिक स्वतंत्रता आयुक्त जानी मूर ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हर अल्पसंख्यक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
ब्रिटेन के सांसद बाब ब्लैकमैन ने भी बांग्लादेश में हो रही हिंसाओं को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के घरों और मंदिरों पर हो रहे हमले मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हैं।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया मुद्दा
भारत ने हिंदुओं पर हो रहे हमलों के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से उठाया है। सरकार का कहना है कि बांग्लादेश में इस्कॉन जैसे धार्मिक और सामाजिक संगठनों को निष्पक्ष न्याय मिलना चाहिए।
बांग्लादेश सरकार की जिम्मेदारी
भारत का मानना है कि बांग्लादेश सरकार को अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में कई हिंदुओं के घरों, दुकानों और धार्मिक स्थलों पर हमले हुए हैं, जिनके लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है