इंदौर की महिला कारोबारी से 1.60 करोड़ की ठगी

इंदौर की महिला कारोबारी से 1.60 करोड़ रुपये की साइबर ठगी, ठगों ने ईडी का अधिकारी बनकर किया शिकार

इंदौर में महिला कारोबारी से 1.60 करोड़ रुपये की साइबर ठगी, ईडी का अधिकारी बनकर लिया गया झांसा

इंदौर में एक महिला कारोबारी को साइबर ठगों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बनकर ठग लिया। महिला को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के मनी लॉन्ड्रिंग केस से जोड़कर धमकाया गया, जिसके बाद उसे 1.60 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया। यह साइबर ठगी तब सामने आई जब महिला ने इन ठगों के दबाव में आकर गोल्ड लोन के जरिए पैसे भेजे, और फिर ठगी का अहसास हुआ।

कैसे हुई ठगी?

साइबर ठगों ने 50 वर्षीय वंदना गुप्ता को निशाना बनाया, जो इंदौर के प्रगति विहार इलाके में रहती हैं। वंदना गुप्ता उद्योगपति सुभाष गुप्ता की बहू हैं और शेयर ट्रेडिंग करती हैं। 9 नवंबर को वंदना के पास एक वाट्सएप कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बताया। उसने दावा किया कि जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनका नाम सामने आया है और इस मामले में उनकी भी जांच की जा रही है।

कॉल करने वाले ने वंदना से उनके बैंक खातों और अन्य व्यक्तिगत जानकारी मांगी और यह कहा कि आरबीआई द्वारा जांच की जाएगी। इसके बाद महिला से उनके बैंक खातों में जमा एफडी तुड़वाकर 1.60 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए। ठगों ने महिला को जेल भेजने की धमकी दी और कहा कि यदि वह आगे सहयोग नहीं करतीं, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

महिला को गोल्ड लोन लेने का दबाव

इसके बाद, साइबर ठगों ने वंदना पर गोल्ड लोन लेकर और अधिक धनराशि उनके खातों में ट्रांसफर करने का दबाव डाला। यह स्थिति देखकर वंदना को शक हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गई हैं। उन्होंने तुरंत नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत की और पुलिस ने जांच शुरू की।

पुलिस और साइबर सेल की कार्रवाई

इंदौर पुलिस अब साइबर ठगों के खातों और मोबाइल नंबरों के आधार पर उनकी पहचान करने में जुटी है। साइबर ठगों द्वारा किए गए इस ठगी के मामले में पुलिस कार्रवाई तेज कर दी है और महिला को धोखाधड़ी का शिकार होने के बाद राहत दी जा रही है।

साइबर ठगी से कैसे बचें?

यह मामला बताता है कि साइबर अपराधी किसी भी तरीके से लोगों को झांसा दे सकते हैं, खासकर जब वे ईडी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के नाम का इस्तेमाल करते हैं। हमेशा किसी भी अनजान कॉल या संदेश से सावधान रहें, और किसी भी वित्तीय लेन-देन के लिए हमेशा अपने बैंक से पुष्टि करें।

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