मूंगफली खरीद में गड़बड़ी: किसानों को समर्थन मूल्य योजना का लाभ नहीं
झांसी: भोजला मंडी में संचालित मूंगफली क्रय केंद्रों पर गड़बड़ी के आरोपों ने किसानों को झकझोर कर रख दिया है। गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत ने मंडी में निरीक्षण के दौरान मूंगफली खरीद के अभिलेख और पावती (6आर) की मांग की। लेकिन केंद्र संचालक उन्हें कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके।
क्या है मामला?
सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए समर्थन मूल्य योजना लागू करती है। इस योजना के तहत किसानों से उनकी फसल खरीदी जाती है। इस बार मूंगफली का समर्थन मूल्य ₹6,783 प्रति कुंतल तय किया गया था।
हालांकि, समय पर केंद्र नहीं खुलने और व्यापारियों के हस्तक्षेप के कारण किसान अपनी उपज बाजार में बेचने को मजबूर हो गए। अब आरोप है कि व्यापारियों द्वारा फर्जी दस्तावेज लगाकर समर्थन मूल्य योजना का लाभ उठाया जा रहा है।
विधायक ने क्या कहा?
गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत ने मंडी में चल रहे इस खेल पर सख्त नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मण्डी सचिव और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) वरुण पांडेय से फोन पर बातचीत कर मामले की जांच कराने की मांग की।
विधायक का बयान:
“किसानों से सीधे मूंगफली की खरीद नहीं हो रही है। व्यापारी फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी योजना का दुरुपयोग कर रहे हैं। मामले की पूरी जांच होनी चाहिए।”
मंडी प्रशासन का पक्ष
मंडी प्रशासन के अनुसार, नवंबर में मंडी में कुल 3,97,586 कुंतल फसल की खरीद हुई, जिसमें मूंगफली केवल 4,221 कुंतल खरीदी गई। अन्य फसलों की खरीद नगण्य रही।
आगे की कार्रवाई
अपर जिलाधिकारी वरुण पांडेय ने बताया कि विधायक द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने वाले केंद्र संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।