झाँसी जनपद के करीब 3 लाख लाभार्थियों के लिए मुफ्त राशन योजना पर संकट मंडरा रहा है। शासन ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 30 अप्रैल 2025 तक सभी लाभार्थियों को ई-केवाइसी (e-KYC) कराना अनिवार्य है। अगर तय समय सीमा में यह प्रक्रिया पूरी नहीं की गई, तो ऐसे लोगों को मिलने वाला राशन बंद कर दिया जाएगा।
पूर्ति विभाग के अनुसार, जिले में कुल 3.76 लाख राशन कार्ड हैं, जिनमें 14.61 लाख सदस्य शामिल हैं। अब तक इनमें से 11.58 लाख लोगों ने ही ई-केवाइसी पूरी की है, जबकि 3,03,261 लोग अब भी प्रक्रिया से बाहर हैं।
ई-केवाइसी की आसान प्रक्रिया:
ई-केवाइसी कराने के लिए किसी जटिल दस्तावेज़ या प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं है। लाभार्थी को केवल नजदीकी सस्ते गल्ले की दुकान पर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन कराना है। यह काम कुछ ही मिनटों में पूरा हो जाता है।
अपात्रों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी:
सरकार ने कई आर्थिक रूप से सक्षम परिवारों को अपात्र मानते हुए राशन कार्ड सरेंडर करने के निर्देश दिए हैं। अब तक 500 से अधिक कार्ड धारक खुद कार्ड सरेंडर कर चुके हैं। यदि किसी के पास एसी, इनकम टैक्स रिटर्न, चारपहिया वाहन, बड़ी जमीन या व्यवसायिक संपत्ति है, तो उन्हें योजना से बाहर माना जाएगा।
राशन वितरण का विवरण:
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पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को 2 रुपये/किग्रा गेहूँ और 3 रुपये/किग्रा चावल की दर से राशन दिया जाता है।
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अन्त्योदय कार्ड धारकों को 15 किग्रा गेहूँ और 20 किग्रा चावल सस्ती दरों पर मिलता है।
जिला पूर्ति अधिकारी की अपील:
सौम्या अग्रवाल, जिला पूर्ति अधिकारी, झाँसी ने कहा,
“जिन लोगों ने अब तक ई-केवाइसी नहीं कराई है, उन्हें 30 अप्रैल से पहले यह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए, अन्यथा उनका मुफ्त राशन बंद किया जा सकता है।”