झाँसी में बढ़ी हरियाली, 34% वन क्षेत्र में वृद्धि
झाँसी:
भारतीय वन सर्वेक्षण की इण्डिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2023 में झाँसी ने पर्यावरण संरक्षण के मामले में प्रदेश में सबसे आगे बढ़कर हरियाली बढ़ाने का महत्वपूर्ण काम किया है। रिपोर्ट के अनुसार, जहां प्रदेश में कुल 9.96 प्रतिशत हरियाली बढ़ी, वहीं झाँसी में यह आंकड़ा 34 प्रतिशत तक पहुँच गया। झाँसी ने इस सफलता के साथ पूरे प्रदेश को पछाड़ते हुए हरियाली के मामले में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।
रिपोर्ट के आंकड़े:
रिपोर्ट में बताया गया है कि झाँसी में कुल 8,597 एकड़ भूमि पर हरियाली का इजाफा हुआ है, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इससे झाँसी का वन क्षेत्र और वृक्षावरण दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस वृद्धि का मुख्य कारण “एक पेड़ माँ के नाम” जैसे सरकारी अभियान हैं, जिनमें स्थानीय लोगों ने उत्साह से भाग लिया। इस अभियान के द्वारा झाँसी में अधिक से अधिक पेड़ लगाए गए, जिससे शहर का पर्यावरण सुदृढ़ हुआ।
ग्लोबल वॉर्मिंग और प्रदूषण के खिलाफ कदम:
आजकल पर्यावरण संरक्षण और ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी समस्याओं पर चिंता जताई जा रही है। प्रदूषण और विषैली हवाओं से निपटने के लिए अधिक से अधिक हरियाली लाना जरूरी हो गया है। झाँसी के इस प्रयास को देखकर उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में यहां का पर्यावरण और भी बेहतर होगा, और इसके सकारात्मक परिणाम पूरे प्रदेश और देश में देखने को मिलेंगे।
झाँसी में और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में वृद्धि:
प्रदेश में कुल 559.19 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र बढ़ा, जिससे प्रदेश में वनावरण प्रतिशत 6.24 और वृक्षावरण 3.72 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि, झाँसी ने इस मामले में सबसे अधिक सफलता प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप, झाँसी में न केवल हरियाली बढ़ी है, बल्कि शहर का वातावरण भी स्वच्छ हुआ है।