झाँसी: जल संस्थान के उपभोक्ताओं ने विभाग का लगभग 40 करोड़ रुपये का बकाया दबा लिया है, जो अब विभाग के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन चुका है। विभाग ने इस उधारी की वसूली के लिए अपनी टीम को सक्रिय कर दिया है, लेकिन गृहकर के गलत असेस्मेण्ट ने वसूली के रास्ते में बाधा उत्पन्न कर दी है।
जल संस्थान द्वारा पाइपलाइन से जलापूर्ति
झाँसी नगर निगम और 12 अन्य नगर निकायों में जल संस्थान पानी की आपूर्ति करता है। इन क्षेत्रों में लगभग 83 हजार उपभोक्ता हैं, जिनमें 60 हजार उपभोक्ता सिर्फ महानगर झाँसी से हैं। इन उपभोक्ताओं में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो जल संस्थान का पानी तो इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उनके द्वारा बिल नहीं चुकाए गए हैं। इन लोगों पर सालों से बकाया जमा हो गया है, जिससे विभाग को लगभग 40 करोड़ रुपये की उधारी का सामना करना पड़ रहा है।
वसूली के लिए जल संस्थान ने बनाई टीम
इस उधारी को वसूलने के लिए जल संस्थान ने टीम बनाई है, जो घर-घर जाकर वसूली कर रही है। साथ ही, विभाग ने उन उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने का आदेश दिया है, जो भुगतान नहीं कर रहे हैं। जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव ने हाल ही में झाँसी और ललितपुर जनपद में बकाया वसूली की समीक्षा की थी। उन्होंने कहा कि अगले 3 महीनों में 25 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य तय किया गया है।
गृहकर असेस्मेण्ट का गलत असर
जल संस्थान के अधिकारियों के अनुसार, नगर निगम द्वारा सेटलाइट सर्वे के बाद नया गृहकर असेस्मेण्ट लागू किया गया है। इससे कई उपभोक्ताओं का गृहकर कई गुना बढ़ गया है, जिसके कारण वे जल संस्थान का बिल चुकाने से इंकार कर रहे हैं। यह समस्या वसूली के रास्ते में एक बड़ा रोड़ा बन गई है, क्योंकि जल विभाग के अधिकारियों को अब उपभोक्ताओं से यह कहना पड़ रहा है कि वे पहले गृहकर के सही होने का इंतजार करें।
आरसी जारी करने की तैयारी
विभाग ने 965 बकाएदारों की सूची तैयार की है, जिन पर 1 लाख रुपये से अधिक का बकाया है। इन उपभोक्ताओं के खिलाफ जल्द ही आरसी (रिकवरी सर्टिफिकेट) जारी करने की योजना है। इसके अलावा, 6,275 उपभोक्ताओं पर 20 हजार रुपये से अधिक का बकाया है, जिनके कनेक्शन काटने के आदेश दिए गए हैं।
महानगर में लगभग 30 हजार उपभोक्ताओं का गृहकर बढ़ने की वजह से शिकायतें आ रही हैं। नगर निगम द्वारा बुधवार को कार्यालय में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि शिकायतों का समाधान किया जा सके।
आगे की कार्रवाई
विभाग द्वारा बकाएदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि जल संस्थान का बकाया जल्द से जल्द वसूला जा सके। इस प्रक्रिया में गृहकर के सही असेस्मेण्ट के बाद ही जल विभाग को उपभोक्ताओं से वसूली में मदद मिल सकेगी।