🌿 सावन में किन चीजों को नहीं खाना चाहिए और क्यों

? जानिए साइंस क्या कहता है
नई दिल्ली: 11 जुलाई से सावन का शुभ महीना शुरू हो रहा है, जो कि भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से इस महीने में पूजा-पाठ का बड़ा महत्व होता है, लेकिन साथ ही कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना भी जरूरी होता है, खासकर खाने-पीने को लेकर।
हम अक्सर सुनते आए हैं कि सावन में दूध, दही, कढ़ी और बैंगन जैसी चीजें नहीं खानी चाहिए, लेकिन क्या आप जानते हैं इसके पीछे धार्मिक मान्यता के अलावा वैज्ञानिक कारण भी हैं? चलिए जानते हैं कि सावन में किन चीजों को खाने से बचना चाहिए और क्यों।
🍆 क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन और पत्तेदार सब्जियां?
सावन का मौसम यानी बरसात का समय। इस दौरान वातावरण में नमी अधिक होती है, जिससे हानिकारक बैक्टीरिया और कीटाणु तेजी से बढ़ते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों और बैंगन में अकसर कीड़े छिपे होते हैं, जो अच्छी तरह से साफ न करने पर शरीर में इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।
साथ ही बैंगन एक भारी सब्जी मानी जाती है, जिसे पचाना कई लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। इसलिए आयुर्वेद और वैज्ञानिक दृष्टि से इस मौसम में इन चीजों से दूरी बनाए रखना समझदारी है।
🥛 दूध, दही और कढ़ी क्यों हो सकती है नुकसानदायक?
बारिश के दिनों में नमी के कारण दूध और उससे बनी चीजों में बैक्टीरिया पनपने का खतरा अधिक होता है। यही वजह है कि इन दिनों दूध, दही, रायता और कढ़ी जैसी चीजें पेट में गैस, अपच, एसिडिटी और डायरिया जैसी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
इसके अलावा बरसात के मौसम में पशु जिन घासों या चारे को खाते हैं, उसमें भी कीटाणु हो सकते हैं, जिससे दूध की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।
🧘 धार्मिक मान्यता और स्वास्थ्य का तालमेल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भी सावन में सात्विक और हल्का भोजन करना ही उत्तम माना गया है, ताकि शरीर शुद्ध और मन शांत बना रहे। ऐसे में वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों कारणों से इन फूड्स को खाने से परहेज करना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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