झाँसी को मिल सकती हैं महाकुंभ में उपयोग हुई मिनी फॉगिंग मशीनें, मच्छरों से राहत की उम्मीद
झाँसी: महाकुंभ 2025 में प्रयागराज में इस्तेमाल की गई अत्याधुनिक मिस्ट ब्लोअर और मिनी फॉगिंग मशीनों का अब उत्तर प्रदेश के विभिन्न नगर निगमों और स्वास्थ्य विभागों को आवंटन किया जा रहा है। झाँसी को भी इन मशीनों की आधा दर्जन यूनिट मिलने की संभावना है, जिससे शहर को इंसेक्ट फ्री बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा।
डेंगू के दो नए मामले सामने आए
साल 2024 में झाँसी जिले में डेंगू के 192, मलेरिया के 3 और चिकनगुनिया के 9 मामले दर्ज किए गए थे, जिनका सफल इलाज हुआ। वहीं, 2025 में फरवरी के अंत तक डेंगू के दो नए मरीज सामने आए हैं, जिनके घरों के आसपास फॉगिंग कराई गई और अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं।
30 मिनट में मिलेगी फॉगिंग मशीन की सेवा
इन आधुनिक फॉगिंग मशीनों की मदद से पूरे उत्तर प्रदेश में मूविंग वेक्टर कंट्रोल यूनिट बनाई जा रही है। कोई भी व्यक्ति जब जरूरत महसूस करेगा, तो नगर निगम को कॉल करने पर 30 मिनट के भीतर यह यूनिट फॉगिंग के लिए संबंधित स्थान पर पहुंच जाएगी।
मच्छर-मक्खियों को भगाने में कारगर तकनीक
इन मशीनों की सहायता से प्रभावित इलाकों में तुरंत फॉगिंग और कीटनाशक छिड़काव किया जा सकेगा। झाँसी के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जैसे ही डेंगू, मलेरिया या चिकनगुनिया का मामला सामने आएगा, वेक्टर नियंत्रण के तहत इस मशीन से मरीज के घर और आसपास के क्षेत्रों में फॉगिंग की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
झाँसी के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि वर्तमान में झाँसी के मलेरिया विभाग के पास पांच फॉगिंग मशीनें उपलब्ध हैं। जब भी किसी क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया या चिकनगुनिया का मामला सामने आता है, वहां तुरंत फॉगिंग कराई जाती है। हालांकि, महाकुंभ में उपयोग हुई मिनी फॉगिंग मशीनों के झाँसी आने को लेकर अब तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। यदि ये मशीनें आती हैं, तो निश्चित रूप से फॉगिंग प्रक्रिया और तेज होगी।