
कोविड-19: सिंगापुर और हांगकांग में बढ़ते मामलों के बीच भारत की स्थिति, स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट पर
मुख्य बातें:
- सिंगापुर और हांगकांग में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बाद भारत में स्वास्थ्य अधिकारी सतर्क हो गए हैं।
- भारत में वर्तमान में केवल 257 सक्रिय कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से अधिकांश मामूली हैं।
- स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और अस्पतालों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
नई दिल्ली: सिंगापुर और हांगकांग में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी की खबरों पर भारत में स्वास्थ्य अधिकारी पैनी नजर रखे हुए हैं। हालांकि, सोमवार को आधिकारिक सूत्रों ने आश्वस्त किया कि देश में कोरोना वायरस संबंधी मौजूदा स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। सोमवार को स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की अध्यक्षता में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), आपात चिकित्सा राहत विभाग, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और केंद्र सरकार के अस्पतालों के विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक के निष्कर्षों पर एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि भारत में वर्तमान कोविड-19 स्थिति नियंत्रण में है।
भारत में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में
19 मई तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड-19 के पुष्ट मामलों की मौजूदा संख्या मात्र 257 है, जो देश की विशाल आबादी को देखते हुए बेहद कम है। सूत्रों ने यह भी बताया कि इनमें से लगभग सभी मामले मामूली प्रकृति के हैं और उनमें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ी है। एहतियात के तौर पर, अस्पतालों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (ILI) और श्वसन संक्रमण के गंभीर मामलों (SARI) की निगरानी करने के लिए कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति की बारीकी से निगरानी करने में पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है। मंत्रालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सभी उचित उपाय किए जाएं। एशिया के कई हिस्सों में कोविड-19 की एक नई लहर देखी जा रही है, जिसमें सिंगापुर, हांगकांग, चीन और थाईलैंड जैसे देशों में नए संक्रमणों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
JN.1 वेरिएंट और अन्य सब-वेरिएंट चिंता का विषय
इस बार कोरोना के संक्रमण के लिए ओमिक्रोन के नए वेरिएंट JN.1 और उसके सब-वेरिएंट्स LF.7 और NB.1.8 को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसको लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच सतर्कता बढ़ गई है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।
मुंबई में हुई मौतों पर स्पष्टीकरण
मिड-डे की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के केईएम अस्पताल ने सोमवार को स्पष्ट किया कि मुंबई में दो मरीजों की मौत गंभीर बीमारियों के कारण हुई थी और इसका कोविड-19 से कोई संबंध नहीं था। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने पहले बताया था कि परेल के किंग एडवर्ड मेमोरियल (KEM) अस्पताल में दो कोविड-19 संक्रमित मरीजों – एक 14 वर्षीय लड़की और एक 54 वर्षीय महिला की मौत की सूचना मिली है।
हालांकि, अस्पताल अधिकारियों ने साफ किया है कि ये मौतें कोविड-19 के कारण नहीं, बल्कि हाइपोकैल्सीमिक दौरे (Hypocalcemic Seizure) और कैंसर के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम (Nephrotic Syndrome with Cancer) जैसी गंभीर बीमारियों के कारण हुई हैं। इसलिए, लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। केईएम अस्पताल में दो मरीजों की मौत के बाद, अस्पताल ने रविवार देर रात कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाए गए आठ मरीजों को अंधेरी के सेवन हिल्स अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया है। इस बीच, अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर का भी कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “नमस्ते दोस्तों! मेरा कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है। सुरक्षित रहें और मास्क पहनें!”
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