
नौतपा 2025: भीषण गर्मी से तपेगी पृथ्वी, 25 मई से शुरू हो रहा नौतपा
ज्येष्ठ माह में सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही ग्रीष्म ऋतु के सबसे गर्म दिनों की शुरुआत हो जाती है, जिन्हें नौतपा के नाम से जाना जाता है। ये नौ दिन अपनी भीषण गर्मी के लिए प्रसिद्ध हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन नौ दिनों में दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है, जिससे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।
चंदौसी संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार, श्रीमद्भागवत प्रवक्ता आचार्य ऋतुपर्ण शर्मा ने बताया कि नौतपा में सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने से चंद्रमा की शीतलता कम हो जाती है। इसके साथ ही, इस अवधि में सूर्य पृथ्वी के और भी करीब आ जाता है, यही कारण है कि इन नौ दिनों में प्रचंड गर्मी पड़ती है।
इस साल 25 मई रविवार को प्रातः 3:15 बजे सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, और इसी के साथ नौतपा का आरंभ हो जाएगा। नौतपा 2 जून रविवार तक रहेगा। हालांकि, सूर्य 8 जून शनिवार को दोपहर 1:04 बजे तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे, जिससे इन दिनों में भी भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा।
नौतपा के दौरान धार्मिक महत्व और बचाव के उपाय
यदि आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है, तो नौतपा के दौरान हर सुबह सूर्य देव को अर्घ्य देना और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना बेहद लाभकारी माना जाता है। इन नौ दिनों में सोना, चांदी, जल, अन्न, दही, घी और वस्त्रों का दान विशेष फलदायी होता है।
नौतपा में इन बातों का रखें ध्यान:
- पशु-पक्षियों के लिए जल की उचित व्यवस्था करें।
- कम से कम पांच पौधे अवश्य लगाएं।
- अत्यधिक आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें।
- गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त पानी पिएं और हल्के कपड़े पहनें।
इन उपायों को अपनाकर आप नौतपा की भीषण गर्मी में खुद को और अपने आसपास के वातावरण को सुरक्षित रख सकते हैं, साथ ही धार्मिक लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
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