झाँसी: महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मरीजों और तीमारदारों को राहत देने के लिए एक नया कदम उठाया है। कॉलेज में मरीजों द्वारा विभिन्न जाँचों का शुल्क जमा करने के लिए केवल एक ही स्थान पर बिलिंग की जाती है, जिसके कारण काउंटर पर लंबी कतारें लगती थीं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इमरजेंसी विभाग में एक नया बिलिंग काउंटर खोलने का निर्णय लिया है।
मरीजों और तीमारदारों को मिलेगा राहत
अब इमरजेंसी विभाग में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को बिलिंग के लिए लंबी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा। इस काउंटर को जल्द ही खोला जाएगा और इसके लिए तैयारी की जा रही है।
फायदे:
- इमरजेंसी विभाग में आने वाले तीमारदारों पर बिल जमा करने का दबाव कम होगा।
- भीड़ कम होने से काउंटर पर लंबी कतारें नहीं लगेंगी, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा भी कम होगा।
- इमरजेंसी में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को अब दूर तक पैसा जमा करने नहीं जाना पड़ेगा।
- इस काउंटर से समय की बचत होगी और तीमारदारों को राहत मिलेगी।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भीड़ कम करने के लिए किया अहम कदम
मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों में मरीजों की जाँच शुल्क जमा करने के लिए पहले से ही भारी भीड़ रहती थी। दवा वितरण काउंटर के सामने पर्चे बनाए जाते हैं और कुछ काउंटर पर जाँच शुल्क भी जमा होता है। अब इस समस्या को सुलझाने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने दवा काउंटर का विस्तार किया और अब बिलिंग काउंटर पर भी दबाव कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने बताया कि “इमरजेंसी विभाग में आने वाले मरीजों की जाँच के बिल अब वहीं जमा कराए जाएंगे। इसके लिए एक नया काउंटर खोला जा रहा है और जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा।