संभावित बिजली हड़ताल से निपटने के लिए यूपीपीसीएल तैयार
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ने राज्य में संभावित बिजली हड़ताल से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। अधिकारियों और आउटसोर्स कर्मचारियों के समन्वय से बिजली आपूर्ति में व्यवधान रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
निर्देशों के मुख्य बिंदु
- जिलाधिकारी के साथ समन्वय बैठक:
सभी मुख्य अभियंता जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक करेंगे। इस बैठक में अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता भी शामिल होंगे। - आउटसोर्स एजेंसी की भूमिका:
- आउटसोर्स एजेंसी से कहा गया है कि वे जिलेवार नोडल अधिकारी नामित करें।
- नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि समर्पित कर्मचारी विद्युत उपकेन्द्रों पर उपलब्ध हों।
- वैकल्पिक व्यवस्था:
यदि नियमित कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आते हैं, तो आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से वैकल्पिक कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। - नियंत्रण कक्ष:
- जोनल स्तर पर 24 घंटे चालू रहने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।
- उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर: 0522-2288737, 2288738 और ईमेल: controlroom-uppel@gmail.com है।
- स्टाफ अवकाश रद्द:
डीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश रद्द कर दिए हैं। हड़ताल के दौरान कोई भी कर्मचारी छुट्टी पर नहीं रहेगा। - तकनीकी टीम का गठन:
जिलाधिकारी के साथ समन्वय में तकनीकी कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसमें दक्ष कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा, जो विद्युत उपकेन्द्रों के संचालन और अनुरक्षण में पारंगत हों।
क्या होगा हड़ताल का असर?
यदि हड़ताल होती है, तो बिजली आपूर्ति में बाधा आ सकती है। इसे रोकने के लिए आउटसोर्स एजेंसी और बिलिंग एजेंसी के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके अलावा, पीडब्ल्यूडी से भी तकनीकी सहायता ली जा सकती है।