झाँसी: बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति आवेदन का सत्यापन कार्य जारी है, लेकिन छात्रों को इस प्रक्रिया में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय परिसर में 4 बायोमेट्रिक सत्यापन केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जहां रविवार को भी सत्यापन प्रक्रिया चलती रही। हालांकि, इस दौरान छात्रों को आधार कार्ड में कई समस्याएं आईं, जिसके कारण सत्यापन कार्य में देरी हो रही है।
आधार कार्ड की समस्याएँ: सत्यापन प्रक्रिया में सबसे बड़ी समस्या आधार कार्ड से जुड़ी हुई है। जिन छात्रों के आधार कार्ड पुराने हैं या अपडेट नहीं हुए हैं, उनका बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं हो पा रहा है। इसके अतिरिक्त, कुछ छात्रों के आधार कार्ड में बायोमैट्रिक लॉक होने के कारण भी सत्यापन में कठिनाई आ रही है। इसके अलावा, समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट में भी तकनीकी समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं, जिसके कारण सत्यापन कार्य में और देरी हो रही है।
सत्यापन कार्य की अवधि: समाज कल्याण विभाग ने 15 जनवरी तक ऑनलाइन सत्यापन कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है। हालांकि, वर्तमान समस्याओं के कारण यह लक्ष्य पूरा करना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। छात्रों की पहचान और आवेदन की प्रक्रिया के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है।
विभिन्न विभागों के छात्रों का सत्यापन: विश्वविद्यालय परिसर में कृषि विभाग, समाज कार्य, शारीरिक शिक्षा संस्थान, विधि, हिन्दी, फाइन आर्ट, गणितीय विज्ञान और अन्य विभागों के लगभग 8 हजार छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति के आवेदन सत्यापित किए जा रहे हैं। इन सभी छात्रों को ऑनलाइन सत्यापन के लिए विवि परिसर में आना पड़ रहा है।
अंतिम तिथि पर ध्यान: कुल मिलाकर, विश्वविद्यालय और समाज कल्याण विभाग दोनों ही 15 जनवरी तक छात्रवृत्ति आवेदन के सत्यापन कार्य को पूरा करने के लिए कठिन प्रयास कर रहे हैं, लेकिन तकनीकी दिक्कतों और आधार कार्ड संबंधी समस्याएं कार्य को जटिल बना रही हैं।