झाँसी में गौवध की आशंका: जंगल में मिली गायों की खाल
बबीना (झाँसी) में सुकुवाँ – दुकुवाँ के जंगल में गौवंश और अन्य जानवरों की खाल मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पाते ही पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और फॉरेन्सिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र किए। स्थानीय अधिकारियों की देखरेख में जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर खालों को दफनाया गया। प्रारंभिक जांच के अनुसार यह खाल लगभग 20-25 दिन पुरानी बताई जा रही है।
गौवंश की खाल मिलने पर पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
शनिवार को ग्राम बड़ेरा के निवासी उमेश पाल और भोला यादव जंगल में जाते वक्त सुकुवाँ ढुकुवाँ कैनाल के पास गायों और अन्य जानवरों की खाल पड़ी देखी। दोनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद थानाध्यक्ष सुशील कुमार द्विवेदी और अन्य पुलिस कर्मियों ने मौके पर पहुँच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया। एसपी (सिटी) सुनील आदिवासी सहित अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। फॉरेन्सिक टीम ने नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजे।
गौवध की संभावना पर छानबीन जारी
गौवंश की खाल के साथ ही गाय, भैंस और अन्य जानवरों की खाल भी जंगल में पड़ी मिली। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि गौवध की घटना घटित हुई हो सकती है। पुलिस ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौरक्षा वाहिनी गौरक्षा संघ, वैभव जैन द्वारा दी गई तहरीर पर गौवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
गौरतलब है कि मामले की जानकारी मिलने के बाद कई हिन्दूवादी नेता और संगठन के लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे। स्थानीय अधिकारियों, जैसे सीओ (सदर) स्नेहा तिवारी, नायब तहसीलदार विनोद कुमार सिंह, खंड विकास अधिकारी राम अवतार सिंह और पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश राजपूत ने मौके पर जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने गौवध निवारण अधिनियम की धारा 3 व 8 और पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 11 के तहत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच को तेज कर दिया है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।