झाँसी में रेलवे कर्मचारियों और बच्चों के लिए बनेगा स्विमिंग पूल, सीनियर इंस्टिट्यूट में शुरू होगा प्रशिक्षण
खेलों के साथ अब तैराकी में भी मिलेगा प्रशिक्षण
झाँसी स्थित सीनियर रेलवे इंस्टिट्यूट अब रेलवे कर्मचारियों और उनके बच्चों को तैराकी का प्रशिक्षण देने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। संस्था परिसर में दो नए स्विमिंग पूल बनाने की योजना तैयार की गई है, जिसकी फाइल मंजूरी के लिए रेलवे प्रशासन को भेजी गई है।
बच्चों और वयस्कों के लिए होंगे अलग-अलग पूल
प्रस्ताव के अनुसार, एक 25 मीटर का पूल बच्चों के लिए और एक 50 मीटर का पूल वयस्कों यानी रेलवे कर्मचारियों के लिए बनाया जाएगा। इससे झाँसी में सरकारी और निजी स्तर पर तैराकी प्रशिक्षण के लिए एक और नया विकल्प खुलेगा।
इतिहास से जुड़ा है सीनियर रेलवे इंस्टिट्यूट
झाँसी में रेलवे की स्थापना 1880 के दशक में हुई थी और कर्मचारियों के मनोरंजन व खेल गतिविधियों के लिए सीनियर रेलवे इंस्टिट्यूट की स्थापना की गई थी। पहले इसे ‘घण्टाघर’ नाम से जाना जाता था। यहाँ पर हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन, क्रिकेट जैसी खेलों की ट्रेनिंग दी जाती रही है।
डिजिटल लाइब्रेरी और बैडमिंटन कोर्ट का भी विकास
इंस्टिट्यूट के सचिव मुकेश श्रीवास्तव के अनुसार, परिसर में दो और बैडमिंटन कोर्ट बनाए गए हैं और डिजिटल लाइब्रेरी की भी योजना तैयार की गई है, जिसे बैडमिंटन हॉल के पास स्थापित किया जाएगा।
झाँसी में स्विमिंग पूल की वर्तमान स्थिति
फिलहाल झाँसी में मेजर ध्यानचंद स्टेडियम और बीएचईएल में सरकारी स्विमिंग पूल मौजूद हैं। मई से अगस्त तक इन पूलों में प्रशिक्षण सत्र और तैराकी प्रतियोगिताएं होती हैं। रेलवे इंस्टिट्यूट में पूल बनने से प्रतियोगिताओं के लिए एक नया केंद्र भी विकसित होगा।
निष्कर्ष:
सीनियर रेलवे इंस्टिट्यूट द्वारा उठाया गया यह कदम न सिर्फ खेल सुविधाओं को बढ़ावा देगा, बल्कि तैराकी जैसे जीवन उपयोगी कौशल को भी बढ़ाएगा। झाँसी जैसे शहर में यह योजना खेल प्रतिभाओं को तराशने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।