
लगातार अनदेखी पड़ रही भारी: सिमरधा बांध फिर बना दो युवकों की मौत की वजह
झांसी। सिमरधा बांध एक बार फिर हादसे का गवाह बन गया। रोमांच की तलाश में यहां पहुंचे दो दोस्तों की जान पानी के तेज बहाव में समा गई। हैरानी की बात यह है कि 23 दिन पहले भी इसी बांध में दो युवकों की जान चली गई थी, लेकिन न तो पुलिस और न ही सिंचाई विभाग ने कोई सख्त कदम उठाया।
इस बार भी युवकों ने बहते पानी में नहाने और सेल्फी लेने की कोशिश की, लेकिन फिसलकर सीधे पानी में चले गए। मौके पर मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक दोनों की जान जा चुकी थी।
कोई सबक नहीं, कोई इंतजाम नहीं
बांध के आस-पास सुरक्षा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है। न तो चेतावनी बोर्ड लगे हैं, न ही कोई गार्ड तैनात है। सिंचाई विभाग का कहना है कि खतरे को लेकर पहले भी पत्राचार किया गया है और अब फिर से पत्र भेजा जाएगा।
स्थानीय लोग बताते हैं कि बांध पर रोजाना युवाओं की भीड़ लगती है, जिनमें से कई शराब के नशे में धुत होकर बांध में उतर जाते हैं। रात में यहां महफिलें भी सजती हैं। वहीं मछली पकड़ने वाले लोग भी सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर बांध के गेट तक पहुंच जाते हैं।
कब सुध लेगा प्रशासन?
इस हादसे से यह सवाल फिर उठ खड़ा हुआ है कि आखिर कितनी जानें जाने के बाद प्रशासन जागेगा? रोमांच के नाम पर जान को जोखिम में डालना युवाओं के लिए एक चलन बनता जा रहा है, लेकिन इस पर रोक लगाने की जिम्मेदारी प्रशासन और संबंधित विभागों की है। अगर अब भी जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तो अगली बार फिर कोई हादसा दस्तक दे सकता है।
अधिक ताजा खबरों के लिए पढ़ें newspadhlo.com