झाँसी: शादी के पाँच साल बाद ही एक मोटर मैकेनिक की पत्नी अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। वह अपने साथ दो बच्चों, गहने और नगदी भी ले गई। इस गहरे सदमे में चार महीने तक मानसिक तनाव झेलने के बाद पति ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला?
झाँसी के सदर बाजार थाना क्षेत्र स्थित भट्टागाँव निवासी नरेन्द्र उर्फ अमीचन्द (31) पुत्र प्रकाश चन्द्र अहिरवार मोटर मैकेनिक था और वर्तमान में रेलवे कारखाने में एक ठेकेदार के लिए काम करता था।
करीब पाँच साल पहले उसकी शादी मंजू से हुई थी, जिससे उसके दो बेटे भी थे। परिवार के अनुसार, मंजू के अपने मायके में एक युवक से प्रेम संबंध थे, लेकिन इस बारे में नरेन्द्र या उसके घरवालों को कोई जानकारी नहीं थी।
चार महीने पहले पत्नी हुई थी लापता
करीब चार महीने पहले मंजू अचानक दोनों बच्चों, गहने और नगदी लेकर लापता हो गई। जब उसे खोजने के लिए मायके पहुँचे तो वहाँ भी वह नहीं मिली। बाद में पता चला कि वह अपने प्रेमी के साथ भाग चुकी है और उसका प्रेमी भी घर से गायब है।
इसके बाद से ही नरेन्द्र मानसिक रूप से परेशान रहने लगा और शराब पीने की आदत भी बढ़ गई। उसने थाने में पत्नी और बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
आत्महत्या से पहले बहन को किया था फोन
गुरुवार को नरेन्द्र ने अपनी बहन को फोन किया और पत्नी व बच्चों की याद में रोने लगा। बहन ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह बेहद परेशान था। इसके बाद उसने फोन काट दिया।
शाम को जब उसके घर के ऊपरी मंजिल पर रहने वाले किरायेदार ने देखा, तो नरेन्द्र का शव छत के पंखे से गमछे के सहारे लटका हुआ था।
पुलिस ने की जाँच शुरू
सूचना मिलते ही पुलिस और रिश्तेदार मौके पर पहुँचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। नरेन्द्र अपने तीन भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटा था। पुलिस पूरे मामले की जाँच कर रही है।
निष्कर्ष
इस घटना ने फिर साबित किया कि मानसिक तनाव और पारिवारिक समस्याएँ कभी-कभी लोगों को इतने गहरे अवसाद में पहुँचा देती हैं कि वे आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं। अगर कोई मानसिक तनाव से जूझ रहा है, तो परिवार और दोस्तों को उसकी मदद करनी चाहिए ताकि ऐसे हादसे रोके जा सकें।