झाँसी में तापमान में अचानक वृद्धि, किसानों के लिए खतरे की घंटी
झाँसी में इस साल जनवरी के महीने में अचानक बढ़े तापमान ने लोगों को चौंका दिया है। जहां पहले सर्दी में हड्डियाँ कँपने लगती थीं, वहीं अब पसीने की बूंदें दिखने लगी हैं। सोमवार को सर्दी के बावजूद गर्मी का अहसास हुआ और पारा तेजी से चढ़ा। तापमान की यह वृद्धि न केवल लोगों के लिए चिंता का विषय बनी है, बल्कि किसानों के लिए भी फसलों को नुकसान होने का खतरा पैदा कर दिया है।
तापमान में हुई वृद्धि और इसका असर
रविवार को झाँसी का अधिकतम तापमान प्रदेश में सबसे अधिक 26 डिग्री सेल्सियस था, और सोमवार को यह तापमान बढ़कर 27 डिग्री पहुँच गया। वाराणसी में यह तापमान 29 डिग्री और कानपुर में 28 डिग्री रहा। वहीं, रात के तापमान में भी 4 डिग्री की वृद्धि देखी गई। सोमवार को झाँसी का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहा, जो पिछले दिन से 4 डिग्री अधिक था।
मौसम में हो रहा बदलाव और फसलों पर असर
मौसम में हो रहे इन बदलावों से किसानों को चिंता हो रही है। यदि तापमान इसी तरह बढ़ता रहा, तो रबी फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह तक तापमान में इसी तरह की वृद्धि हो सकती है। अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री तक पहुँच सकता है।
कोहरे और धुंध की संभावना
आने वाले दिनों में सुबह हलके कोहरे और धुंध की स्थिति बनी रह सकती है, जिससे दिन की शुरुआत में भी सर्दी का अहसास हो सकता है। हालांकि, तापमान में वृद्धि से किसानों को ध्यान रखना होगा कि उनकी फसलों को नमी की कमी न हो।
किसानों के लिए सुझाव
मौसम वैज्ञानिक डॉ. मुकेश चन्द के अनुसार, यदि तापमान और बढ़ता है, तो किसानों को ड्रिप सिंचाई का उपयोग करना चाहिए ताकि फसलों को आवश्यक नमी मिलती रहे। यह तरीका किसानों के लिए फसलों की सुरक्षा में मददगार साबित हो सकता है।